अपराध रोकने में नाकाम साबित हो रही कुमारगंज पुलिस, आठ दिन बाद भी लूट का नहीं हो सका खुलासा 

अपराध रोकने में नाकाम साबित हो रही कुमारगंज पुलिस, आठ दिन बाद भी लूट का नहीं हो सका खुलासा 

स्वतंत्र प्रभात 
 
मिल्कीपुर, अयोध्या।कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने और अपराधियों पर शिकंजा कसने के अधिकारियों के दावे थाना कुमारगंज पुलिस की लापरवाही की भेंट चढ़ते दिखाई दे रहे है। क्षेत्र में गश्त से लेकर घटना के बाद सुरागरसी करने में बेहद लापरवाह रवैया अपनाया जा रहा है।
दफ्तरों में बैठकर घटनाओं पर काम अभिलेखों तक सीमित है। नतीजतन सड़कों पर राहगीरों से लूट और  बंद परिषदीय विद्यालयों में धावा बोलकर सामान समेटने वाले चोर क्षेत्रीय लोगों के लिए मुसीबत बनें हुए है। उधर, थाना कुमारगंज पुलिस की कार्रवाई मौका मुआयना से शुरू होकर मुकदमा दर्ज करने तक सीमित है। बंद विद्यालयों को निशाने पर लेने वाले चोर हो या फिर बाइक सवार लुटेरे। सभी के निशाने पर खासतौर पर कुमारगंज क्षेत्र है।
 नगर पंचायत कुमारगंज निवासी श्रीमती मौर्या बीते 24 फरवरी की शाम लगभग 6:30 बजे अपने पति धर्मेंद्र मौर्या के साथ थाना क्षेत्र के सिधौना गांव में राम कुमार मौर्या के यहां प्रीतिभोज में शामिल होने मोटरसाइकिल से जा रही थी सिधौना से 500मीटर पहले सुनसान स्थान पर पहुंचे तभी एक पल्सर सवार तीन अज्ञात युवकों ने रोक कर छीना झपटी करते हुए सोने का चैन, कान की झुमका व लॉकेट छीन लिया।
 सूचना पर पहुंची कुमारगंज पुलिस ने पीड़िता श्रीमती से जानकारी लेने के बाद प्रभारी निरीक्षक शिव बालक  ने तत्परता दिखाते हुए दो संदिग्धों को पकड़कर महिला से पहचान भी कराई थी, महिला के पहचान करने के बाद पुलिस ने पकड़े गए संदिग्ध युवकों से रात भर पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया।
घटना के खुलासे के लिए थाना पुलिस, एसओजी व सर्विस लांस की टीमें लगाई गई है, लेकिन आठ दिन बीत जाने के बाद भी टीम को कोई सफलता हाथ नहीं लगी।ऐसे में अपराध रोकने में कुमारगंज पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित होती दिखाई दे रही है। पुलिस क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर आशुतोष मिश्रा का कहना है कि महिला के साथ हुई घटना के मामले में स्थानीय पुलिस, एसओजी व सर्विस लांस की टीम लगाई गई है संदिग्धों से पुलिस पूछताछ करते हुए सीसीटीवी फुटेज को भी टीम खंगाल रही है।

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से पूछा कि कुल पड़े वोटों की जानकारी 48 घंटे के भीतर वेबसाइट पर क्यों नहीं डाली जा सकती? सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से पूछा कि कुल पड़े वोटों की जानकारी 48 घंटे के भीतर वेबसाइट पर क्यों नहीं डाली जा सकती?
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को चुनाव आयोग को उस याचिका पर जवाब दाखिल करने के लिये एक सप्ताह का समय...

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel

साहित्य ज्योतिष