कविता/कहानी
कविता/कहानी  साहित्य/ज्योतिष 

संजीव-नी। मशवरा है कि तेरे शहर की महफिल।

संजीव-नी। मशवरा है कि तेरे शहर की महफिल। स्वतंत्र प्रभात     संजीव-नी। मशवरा है कि तेरे शहर की महफिल।    मशवरा है कि तेरे शहर की महफिल बदले, अब तक तो कभी खंजर कभी कातिल बदले।    जिंदगी किस्तों में गुजर गई तो क्या, जितने हमदर्द थे सारे शामिल बदले।।   लहरें...
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कितना अजनबी,पराया सा दिखता है वो।

कितना अजनबी,पराया सा दिखता है वो। संजीव-नी। कितना अजनबी,पराया सा दिखता है वो।    कितना अजनबी,पराया सा दिखता है वो। अपनी सांसों में छुपा रखता है वो।    रोजाना रूबरू हो न नहो फिर भी।  जेहन में बसा रखता है वो।    कितनी मासूम है माशूका शायद । जाते...
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साहित्य व संगीत आदमी के परिष्कार का माध्यम हैं - रत्नाकर मिश्र

साहित्य व संगीत आदमी के परिष्कार का माध्यम हैं - रत्नाकर मिश्र सही लय बहुत आवश्यक  है साहित्य एवं संगीत की तरह जीवन के लिए भी- भोलानाथ कुशवाहा
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सामंजस्य

सामंजस्य सामंजस्य    जब आहत  ह्रदय शमशान बन जाए तो उसमें लाशे नहीं  भावनाएं राख हुआ करती है।    जब विश्वासी हृदय में बिखराव आ जाए तो अपने और पराए नहीं बस मौन रहा करता है।    जब वेदिती हृदय राख बन जाए है...
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जंग सियासी है विचार से जीतेंगे

जंग सियासी है विचार से जीतेंगे जंग सियासी है विचार से जीतेंगे    हम नफरत से नहीं, प्यार से जीतेंगे जंग सियासी है, विचार से जीतेंगे    शस्त्र हमारा सत्याग्रह है सदियों से उनको लगता है कटार से जीतेंगे    जनादेश लेकर आएंगे जनता से जनादेश वे ,लूटमार से...
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सरार गांव में मनी कवि प्रभाकर लंठ की पुण्यतिथि

सरार गांव में मनी कवि प्रभाकर लंठ की पुण्यतिथि रूद्रपुर, देवरिया। गोरखपुर व देवरिया जनपद की सीमा पर स्थित सरार दुबे गांव में बीती रात कविवर प्रभाकर दुबे लंठ की द्वितीय पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर उपस्थित आधा दर्जन कवियों ने काव्य पाठ कर शमा बांधा। जिला पंचायत...
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व्यक्तित्व का डर

व्यक्तित्व का डर धूप में झरता हुआ आदमी  छाया में झूलस रहा है।    हवा में बहता हुआ आदमी  तूफानों से डर रहा है।    आग से पका हुआ आदमी  धूप में जल रहा है।    अपनी बातों से  जख्मी करने वाला आदमी तलवार की नोक...
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मादरे वतन और माँ पर लिखने वाला सदी का नायक थे मुनव्वर राना।

मादरे वतन और माँ पर लिखने वाला सदी का नायक थे मुनव्वर राना। स्वतंत्र प्रभात।ब्यूरो प्रयागराज।    अल्पसंख्यक कांग्रेस ने रौशन बाग स्थित छेत्रीय कार्यालय में बैठक करते हुए हिंदुस्तान के मशहूर शायर मुनव्वर राना के निधन पर दुआखानी करते हुए उन्हें खिराजे अकीदत पेश की और अल्लाह से उनके मगफरत की दुआ मांगी।...
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संजीव-नी।फूलों सा तेरे सामनें बिखर जायेंगे !

संजीव-नी।फूलों सा तेरे सामनें बिखर जायेंगे ! संजीव-नी। फूलों सा तेरे सामनें बिखर जायेंगे ! गजरे सा तेरे गेसुओं में संवर जाएंगे।    अपनी सांसों को रखिए महफूज, खुशबू सा सांसो मे बिखर जायेंगे!    महसूस करने की कोशिश तो कीजिए! यादों की तरह दिल मे उतर जायेंगे!!   जेहन...
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संजीव-नी। हमें फकीरी का भी बोझा ढोने दो।।

संजीव-नी। हमें फकीरी का भी बोझा ढोने दो।। संजीव-नी।    हमें फकीरी का भी बोझा ढोने दो।।    अपने खून को कई रगों में बहनें दो, कई जिस्मो में उसे जिन्दा रहने दो।    खुदा-खुदा करके जीती है दुनिया , मासूमियत को जिंदगी में सांस लेने दो।    रक्त,देह,नेत्र दान तो महान...
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चुनार में मनाई गई दिवंगत कवि अजूबा की पुण्यतिथि

चुनार में मनाई गई दिवंगत कवि अजूबा की पुण्यतिथि रिपोर्ट_ अनिल कुमार मिश्र    स्वतंत्र प्रभात,चुनार, मीरजापुर      चुनार।  मां गंगा तट पर स्थित उग्र वाचनालय चुनार के हाल में साहित्यकारों,चुनार के सम्मानित वरिष्ठ लोगों ने मंगलवार को काव्य संगोष्ठी आयोजित कर चुनार के दिवंगत कवि डी के अजूबा (दिनेश कुमार...
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मनाई गयी उग्र जयंती व चुनारीलाल की पुण्य तिथि

मनाई गयी उग्र जयंती व चुनारीलाल की पुण्य तिथि रिपोर्ट_ अनिल कुमार मिश्र स्वतंत्र प्रभात,चुनार, मीरजापुर   चुनार उत्तर मुखी मां गंगा तट के पूर्वी छोर पर स्थित उग्र वाचनालय चुनार के हाल में रविवार की शाम साहित्यकारों द्वारा पांडेय बेचन शर्मा उग्र जी की जयंती और चुनारी लाल जी...
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