संगीता कुरियाल मालकिन AROMA HEALTHCARE, LUCKNOW के महा फर्जीवाड़ा की कलंक कथा
"मुनासिब यही हैं की बदल दो फ़िज़ां को, वरना यह ज़ालिम बढे जायेंगे"
कागजों पर तो लखनऊ की फर्म AROMA HEALTHCARE,
LUCKNOW जो संगीता कुरियाल (पत्नी मनोज कुरियाल, कर्मचारी POCT
SERVICES) के नाम पर रजिस्टर्ड है पर उसका सञ्चालन जीजा साले की जोड़ी द्वारा किया जाता है,
लखनऊ -उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के अधीन उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन के भ्र्ष्ट अधिकारीयों और कर्मचारियों द्वारा जीजा साले की जोड़ी के साथ संगठित गिरोह बनाकर लगातार जम कर लूट की जा रही है और अपने लालच से मासूम नवजात शिशुओं को भी बेहद घटिया जीवन रक्षक उपकरणों द्वारा मौत के मुहं में धकेला गया है और जा रहा है, किसी भी ह्रदय विरादक घटना होने पर सरकार सिर्फ लीपापोती में लग जाती है,
हाल में ही झांसी मेडिकल कॉलेज में हुयी ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर वाली दुर्घटना में नवजात शिशुओं की मौतों में हुयी लीपापोती बताती है की उत्तर प्रदेश सरकार इनको महिमा मंडित करते हुए कितनी संवेदनहीन हो चुकी है, उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन के क्रय विभाग के भ्र्ष्ट एवं लालची कर्मचारियों से सांठ गाँठ कर के विभाग को जमकर लूटा और उत्तर प्रदेश की पूरी की पूरी स्वास्थ्य वयवस्था ध्वस्त कर दी
उत्तर प्रदेश मेडिकल कारपोरेशन द्वारा नवजात शिशुओं के लिए खरीदे गए जीवन रक्षक उपकरण पेशेंट मॉनिटर के टेंडर संख्या UPMSCL/EQ/RC/166 में कुल चार कंपनियों ने प्रतिभाग किया जिसमे से दो कम्पनिया POCT SERVICES, AROMA HEALTHCARE की है, जिनको टेक्निकल और फाइनेंसियल बिड दोनों में पास किया गया, सबसे बड़ा सवाल यह है की एक ही व्यक्ति की दो कंपनियों को एक ही टेंडर में कैसे और क्यों प्रतिभाग करने दिया जा रहा है??? यह तो नियम विरुद्ध है
उत्तर प्रदेश मेडिकल कारपोरेशन द्वारा नवजात शिशुओं के लिए खरीदे गए जीवन रक्षक उपकरण पेशेंट मॉनिटर के टेंडर संख्या UPMSCL/EQ/RC/166 के द्वारा करोड़ों रुपयों के जीवन रक्षक उपकरण पेशेंट मॉनिटर हज़ारों की संख्या में पूरे प्रदेश के अस्पतालों के लिए खरीदे, जिनकी निर्माता चीनी कंपनी SHENZHEN JUMPUR MEDICAL EQUIMENT CO. LTD.है,
कुख्यात शातिर दलाल जीजा साले की जोड़ी को फायदा पहुंचाने के लिए सारा खेल इस प्रकार किया गया, विशेषज्ञों द्वारा जीवन रक्षक उपकरण पेशेंट मॉनिटर के स्पेसिफिकेशन्स में बिंदु संख्या 4 में DISPLY ATLEAST 8 WAVEFORM OF SELECTED PARMETERS और क्वालिटी सर्टिफिकेट बिंदु 14संख्या में MONITOR MUST BE USFDA CERTIFIED माँगा गया था
परन्तु जीजा साले की जोड़ी को फायदा पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन की तत्कालीन प्रबंध निदेशिका आईएएस अधिकारी कंचन वर्मा और उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन की तत्कालीन चेयरमैन और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य महा भ्रष्ट आईएएस अमित मोहन प्रसाद द्वारा उक्त स्पेसिफिकेशन्स को बदल दिया गया, बिंदु संख्या 4 में DISPLY ATLEAST 4 WAVEFORM OF SELECTED PARMETERS और क्वालिटी सर्टिफिकेट बिंदु संख्या 14 में MONITOR MUST BE USFDA/EU CE CERTIFIED कर दिया गया
इस प्रकार से खेल करके जीजा साले की जोड़ी को फायदा पहुंचाया गया, लूट के इस खेल में कंचन वर्मा और महा भ्र्ष्ट अमित मोहन प्रसाद के साथ उत्तर प्रदेश मेडिकल कारपोरेशन के तमाम कर्मचारी शामिल हैं, टेंडर की शर्तों में से एक शर्त होती हैं की निविदादाता द्वारा उक्त उपकरण के लिए पूर्व में सप्लाई किये गए सरकारी विभाग के क्रय आदेश की प्रति लगायी जाये और उपकरण की परफॉरमेंस सर्टिफिकेट भी लगाया जाये परन्तु द्वारा अपने क्रय आदेशों की जगह जीजा साले की एक अन्य कंपनी HEIDELCO MEDICORE के क्रय आदेश लगाए गए हैं
इसी प्रकार से परफॉरमेंस सर्टिफिकेट भी कुख्यात शातिर दलाल जीजा साले की एक अन्य कंपनी HEIDELCO MEDICORE के लगाए गए हैं, न तो कोई क्रय आदेश किसी सरकारी विभाग का हैं और न ही पर्फोर्मस सर्टिफिकेट किसी भी सरकारी विभाग का हैं
AROMA HEALTHCARE LUCKNOW की तथाकथित मालकिन संगीता कुरियाल पत्नी मनोज कुरियाल द्वारा सप्लाई आदेशों की जगह सरकारी विभागों की लिस्ट लगा दी गयी हैं, जिसको उत्तर प्रदेश मेडिकल कारपोरेशन की तत्कालीन प्रबंध निदेशिका आईएएस अधिकारी कंचन वर्मा और उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन की तत्कालीन चेयरमैन और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य महा भ्रष्ट आईएएस अमित मोहन प्रसाद द्वारा स्वीकार कर लिया गया और टेंडर को पास कर दिया गया , सवाल यह हैं की यह कैसे संभव हैं जो कंपनी लिस्ट तो सरकारी विभागों की दे रही हैं सपल्ली किये गए उपकरण की संख्या के साथ पर न तो उसके पास उन विभागों के क्रय आदेश हैं और न ही परफॉरमेंस सर्टिफिकेट हैं , फिर भी टेंडर पास हो गया हैं और AROMA HEALTHCARE LUCKNOW के पक्ष में करोड़ों रुपयों का हज़ारों घटिया चीनी मॉनिटर का क्रय आदेश जारी हो जाता हैं ,
आईएएस कंचन वर्मा और संगीता कुरियाल महिला होकर किस प्रकार से नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही थी,
महिला को मातृ शक्ति कहा जाता हैं पर इन्होने तो अपने लालच में संवेदनहीन होकर इनके घटिया जीवन रक्षक उपकरण खरीद कर नवजातों के जीवन को खतरे में डाला हैं,
उत्तर प्रदेश की उपयोगी सरकार के मुखिया को स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग अपने हाथ में लेना होगा और 2011 से अब तक हुए सभी टेंडरों की उच्च स्तरीय जांच करनी होगी तभी महा भ्र्ष्ट अधिकारीयों,कर्मचारियों और भ्र्ष्ट दल बदलुओं नेताओं का गठजोड़ टूटेगा और इनको सजा मिलेगी, गलवान घाटी में हुयी हिंसक झड़प में देश अपने सैनिको का बलिदान नहीं भुला हैं l
पर यह महा भ्र्ष्ट आईएएस अधिकारी अपने लालच में देश के दुश्मनों का साथ दे रहे हैं, इनपर तो लूट के साथ साथ देश द्रोह का मुकदमा भी चलना चाहिए, अगर ऐसा हुआ तो संगीता कुरियाल और उसके पति मनोज कुरियाल का तो आजीवन जेल में ही रहना होगा, संपत्ति अलग से जब्त हो जाएगी,
योगी बाबा को बुलडोजर का रुख इनकी तरफ करना होगा, तभी प्रदेश की जनता का स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा और स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ होंगी
"मुनासिब यही हैं की बदल दो फ़िज़ां को, वरना यह ज़ालिम बढे जायेंगे"
"Aroma Healthcare Lucknow द्वारा उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त करने के बाद अब उड़ीसा में फर्जीवाड़ा करके वहां की भी स्वास्थ्य व्यवस्था को ध्वस्त किया जा रहा है"
अगले अंक में इनके के महाफर्जीवाड़े के अगले प्रकरण के साथ स्वतंत्र प्रभात की खोजी टीम उत्तर प्रदेश की जनता के हित में ...............
स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।
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