Haryana Weather: हरियाणा में मौसम ने ली करवट, उत्तर-पश्चिमी हवाओं से तापमान में गिरावट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में भी उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाएं दिन के समय 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, जिससे अधिकतम तापमान सामान्य से 1-2 डिग्री नीचे बना रह सकता है।
अक्टूबर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश
हरियाणा में इस बार अक्टूबर की शुरुआत ही बारिश के साथ हुई है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते राज्य में 9 दिनों में लगभग 30 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि सामान्य तौर पर इस अवधि में मात्र 4 मिमी बारिश होती है। यह औसत से 649 प्रतिशत अधिक है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले अक्टूबर में सबसे अधिक वर्षा 2004 में 58.4 मिमी रिकॉर्ड की गई थी।
बारिश के बाद मौसम में आई ठंडक ने राज्य के कई हिस्सों को प्रभावित किया है। शनिवार को महेंद्रगढ़ में 17.1°C के साथ सबसे ठंडी रात रही। ठंड बढ़ने से लोगों ने कूलर और एसी चलाना बंद कर दिया है।
रबी फसलों की बुआई का उपयुक्त समय
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के आगे निकलने के बाद 14 अक्टूबर तक मौसम शुष्क बना रह सकता है। इस समय दिन में हल्की धूप और रात में बढ़ती ठंडक रबी की फसलों के लिए बेहद अनुकूल वातावरण बना रही है।
डॉ. खीचड़ के अनुसार, किसान इस समय सरसों, चना और गेहूं जैसी फसलों की बुआई शुरू कर सकते हैं, ताकि उन्हें अधिक उपज मिल सके।
लगातार सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण राज्य के सभी जिलों में रात के तापमान में गिरावट देखी जा रही है। अब जबकि मौसम शुष्क होने लगा है, उत्तर, पूर्व और दक्षिणी हरियाणा के अधिकतर हिस्सों में रातें ठंडी होती जा रही हैं।

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