ओबरा में मुस्लिम समुदाय का आक्रोश, पाकिस्तान के पुतले का दहन कर आतंकवाद के खिलाफ बुलंद की आवाज
पाक़िस्तान के आतंकवादियों द्वारा किए गए जघन्य हमले का मुँहतोड़ जबाब देने की मांग
ओबरा में आतंकवाद के खिलाफ आवाज
अजित सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट)
ओबरा/सोनभद्र-
स्थानीय भलुआ टोला स्थित नूरी मस्जिद में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम समुदाय का आक्रोश फूट पड़ा। मुस्तफा रजा सिद्दीकी के नेतृत्व में सैकड़ों मुस्लिम भाइयों ने एक शांतिपूर्ण जुलूस निकाला और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान के पुतले का दहन किया। इस प्रदर्शन के माध्यम से समुदाय ने पाकिस्तान द्वारा कथित तौर पर आतंकवादियों को समर्थन देने और हाल ही में पहलगाम में हुए निर्दोष नागरिकों की हत्या की कड़ी निंदा की।
नमाज के बाद नूरी मस्जिद से शुरू हुआ यह जुलूस मेन रोड से होता हुआ भलुआ टोला तिराहे पर पहुंचा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पूरे रास्ते पाकिस्तान मुर्दाबाद और हिंदुस्तान जिंदाबाद के जोरदार नारे लगाए, जिससे क्षेत्र में देशभक्ति और आक्रोश का माहौल बन गया। जुलूस का नेतृत्व कर रहे मुस्तफा रजा सिद्दीकी ने इस अवसर पर कहा कि पाकिस्तान पूरी तरह से आतंकवादियों का देश बन चुका है और अब समय आ गया है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इसे आधिकारिक तौर पर एक आतंकी देश घोषित करे।
उन्होंने पहलगाम में हुई बर्बर घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस तरह पाकिस्तान के कुछ आतंकवादियों ने निहत्थे नागरिकों को पकड़कर उनकी जाति और धर्म पूछा और फिर उनके परिवार की महिलाओं के सामने पुरुषों की हत्या कर दी, वह अत्यंत निंदनीय और मानवता के खिलाफ अपराध है। उन्होंने मांग की कि ऐसे आतंकवादियों को केवल मृत्युदंड मिलना चाहिए।
मुस्तफा रजा सिद्दीकी ने भारत के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री से पुरजोर अपील की कि पाकिस्तान के आतंकवादियों द्वारा किए गए इस जघन्य हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए और आतंकवाद के ढांचे को पूरी तरह से समाप्त किया जाए, ताकि भविष्य में कोई भी भारतियों के साथ इस तरह की घिनौनी हरकत करने की हिम्मत न कर सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत देश के सभी मुसलमानों को अपनी भारतीय सेना और अपने प्रधानमंत्री पर पूरा भरोसा है और वे देश की सुरक्षा के लिए हर कदम पर उनके साथ खड़े हैं।
नूरी मस्जिद के पेश इमाम मोहम्मद अफसर ने इस अवसर पर इस्लाम के सिद्धांतों को स्पष्ट करते हुए कहा कि इस्लाम में कहीं भी निर्दोष लोगों की हत्या करना जायज नहीं ठहराया गया है। यह पूरी तरह से पाप और मानवता के विरुद्ध कार्य है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कायराना हरकत करने वाले लोग भारत में हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल को बिगाड़ने का नापाक प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनके यह मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत में हमेशा से हिंदू मुस्लिम भाई-भाई का नारा बुलंद रहा है और यह एकता और भाईचारा हमेशा बरकरार रहेगा।
इस पुतला दहन कार्यक्रम में नगर के दर्जनों मुस्लिम भाइयों ने सक्रिय रूप से भाग लिया, जिनमें प्रमुख रूप से खुर्शीद खान, जावेद कुरेशी, रिजवान खान, सिराजुद्दीन, शिबू शेख, जुल्ला खान, महताब आलम, वसीम खान, वसीम हाशमी, टार्जन, फुजैल खां, इरशाद अहमद, अंसारुल हक, अशरफ अली और अकबर शामिल थे। इस सामूहिक प्रदर्शन ने आतंकवाद के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के दृढ़ संकल्प और देश के प्रति उनके अटूट समर्थन को स्पष्ट रूप से दर्शाया।
स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।
About The Author
Related Posts
Post Comment
आपका शहर
अंतर्राष्ट्रीय
Online Channel
खबरें

Comment List