विकासखंड रुपईडीह के खंड विकास अधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त शिकायत पर लगा रहे फर्जी रिपोर्ट
विकासखंड रुपईडीह के खंड विकास अधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त शिकायत पर लगा रहे फर्जी रिपोर्ट
स्वतंत्र प्रभात/ बृजभूषण तिवारी
गोंडा।
योगी सरकार के लाख कोशिशों के बावजूद भी सरकार की छवि को धूमिल करने की कोशिश जारी। ऑनलाइन शिकायत में भी ब्लॉक की अधिकारी लगा रहे दूसरे ग्राम पंचायत की रिपोर्ट । जिले में अधिकारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार का बोलबाला मिलकर कर रहे जमकर भ्रष्टाचार। गोंडा जिले की विकासखंड रुपईडीह के ग्राम पंचायत देवरिया कला में प्रधान निर्मला पत्नी रामनरेश तथा उनका बेटा कल्लू पुत्र रामनरेश कोटेदार। वही कल्लू कोटेदार की पत्नी के नाम से ही अधिकारियों ने मिलीभगत करके आवास दे दिया गांव में गरीब पन्नी तानकर रहने को मजबूर हो रहे हैं।
क्या ऐसा कोई शासनादेश है कि प्रधान तथा वर्तमान कोटेदार होते हुए भी परिवार के किसी सदस्य को आवास देने का प्रावधान है उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा जहां भ्रष्टाचार खत्म करने का दावा किया जा रहा है तो वही गांव से लेकर ब्लॉक तक ब्लॉक से लेकर जिले के अधिकारी भी भ्रष्टाचार में हो रहे शामिल । ऑनलाइन शिकायत पर लगा रहे फर्जी रिपोर्ट क्या अधिकारियों को योगी के बुलडोजर का नहीं है डर क्या गरीबों को नहीं मिलेगा आवास क्या प्रधान व कोटेदार के परिवारों को ही मिलेगा आवास का लाभ। विकासखंड रुपईडीह में भ्रष्टाचार में खंड विकास अधिकारी की संलिप्तता से जमकर हो रहा धन का बंदरबांट शिकायतों का नहीं किया जा रहा समय से निस्तारण निस्तारण मैं भी किया जा रहा भ्रष्टाचार शिकायत कहीं और की तो निस्तारण कहीं और का लगा देंगे शिकायतों में फर्जी रिपोर्ट।

आवास की ऑनलाइन शिकायत में लगाया दूसरे ग्राम पंचायत का फर्जी रिपोर्ट होगी जांच तो खुलेगा राज
ग्राम पंचायत देवरिया कला निवासी अखिलेश कुमार तिवारी द्वारा ऑनलाइन शिकायत 19 सितंबर 2022 को दर्ज कराई गई थी जिसका संदर्भ संख्या 40018322026773 है । जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा आवास में अनियमितता का आरोप लगाते हुए जांच कराए जाने की मांग की थी । जिस पर खंड विकास अधिकारी वर्षा सिंह को जांच मिली थी जिसमें खंड विकास अधिकारी के द्वारा बगल के ही गांव परसोरा महेशपुर के शिकायत संख्या 40018322025373 को देवरिया कला के शिकायत में फर्जी रिपोर्ट लगाते हुए आख्या प्रेषित की है। क्या योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं जनसुनवाई पोर्टल का कोई मतलब नहीं या यूं ही लगाया जाता रहेगा ब्लॉक के अधिकारियों द्वारा फर्जी रिपोर्ट क्या गांव में अन्य गरीबों को नहीं मिलेगा आवास व अन्य सरकारी सुविधाएं या प्रधान के परिवार ही लेते रहेंगे आवास व अन्य गरीबों को मिलने वाली सरकारी सुविधाएं
शिकायत जांचकर्ता खंड विकास अधिकारी वर्षा सिंह से संपर्क किया गया कई बार फोन भी मिलाया गया लेकिन जवाब देना नहीं समझ रही मुनासिब।
जिले के मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार भी संपर्क करने की कोशिश की गई उनका भी नहीं उठा रहा फोन कहीं ऐसा तो नहीं कि जिले के अधिकारी मिलकर कर रहे आवास में भ्रष्टाचार योगी सरकार के सख्त दिशा निर्देशों के बावजूद भी जिले के अधिकारी जमकर कर रहे शिकायतों का अनदेखा लगातार लगा रहे फर्जी रिपोर्ट क्या ऐसे ही चलता रहेगा योगी सरकार में या फिर होगा शिकायतों का निस्तारण देखना यह है की होगा आवास में अनियमितता का जांच या यूं ही चलता रहेगा लीपापोती भ्रष्टाचार का खेल योगी सरकार की छवि को धूमिल करने की लगातार जिले के अधिकारी कर रहे कोशिश।

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