IAS Success Story: आईएएस सृष्टि देशमुख ने 23 साल की उम्र में रचा इतिहास, पहली बार में हासिल की टॉप रैंक

आईएएस बनने की मोटिवेशनल स्टोरी
Read More Success Story: 33 बार फेल, फिर भी नहीं मानी हार: हिंदी मीडियम से पढ़े आदित्य कुमार बने IPS अफसरसृष्टि देशमुख ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद सिविल सर्विस में जाने का निर्णय लिया। उन्होंने 23 साल की उम्र में यूपीएससी परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली। सृष्टि ने बताया कि उन्होंने अपनी तैयारी संतुलित रणनीति और आत्मअनुशासन के साथ की थी।

शैक्षणिक पृष्ठभूमि
सृष्टि जयंत देशमुख का जन्म 18 मार्च 1995 को कस्तूरबा नगर, भोपाल (मध्य प्रदेश) में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल, भोपाल से पूरी की।
उन्होंने 10वीं कक्षा में 10 CGPA और 12वीं कक्षा में 93% अंक प्राप्त किए थे। इसके बाद उन्होंने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) से केमिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री हासिल की।

परिवार का सहयोग
सृष्टि के पिता जयंत देशमुख पेशे से इंजीनियर हैं, जबकि उनकी मां सुनीता देशमुख एक प्राइमरी स्कूल शिक्षिका हैं। सृष्टि का कहना है कि उनके माता-पिता ने हमेशा उन्हें स्वतंत्र सोचने और बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित किया।
यूपीएससी परीक्षा में सृष्टि का वैकल्पिक विषय (Optional Subject) था — समाजशास्त्र (Sociology)। उन्होंने बताया कि उन्हें इस विषय में रुचि थी और यह उनके दृष्टिकोण को व्यापक बनाने में सहायक रहा।
सृष्टि को यूपीएससी परीक्षा में कुल 1068 अंक प्राप्त हुए थे, जो उन्हें टॉप-5 रैंक में लाने के लिए पर्याप्त थे।

सृष्टि देशमुख और उनके पति दोनों आईएएस
सृष्टि जयंत देशमुख के पति डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा भी आईएएस अधिकारी हैं। वे मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं। दोनों की मुलाकात मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में प्रशिक्षण के दौरान हुई थी।
दोनों 2019 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में अलग-अलग राज्यों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

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