-माहवारी पर खुलकर बात करने की है जरूरत

-माहवारी पर खुलकर बात करने की है जरूरत

-कांशीराम कालोनी में किशोरियों को बांटे सेनेटरी पैड 


जागरूकता के अभाव में किशोरियां होती हैं संक्रमित 

महोबा । 

राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) के तहत मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के मौके पर शहर के राठ रोड में कांशीराम कालोनी में आंगनबाड़ी केंद्र में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म के बारे में जानकारी दी गई। सभी को निशुल्क सेनेटरी पैड भी दिए गए। 
कार्यक्रम के तहत जिला महिला अस्पताल में तैनात काउंसलर रजनी चौरसिया ने कहा कि माहवारी को लेकर ग्रामीण अंचल में आज भी तरह-तरह की धारणाएं हैं।

जागरूकता के अभाव में किशोरियां व महिलाएं संक्रमण का शिकार हो रही हैं, जबकि इस पर खुलकर बात करने की जरूरत है। किशोरियां परिवार में मां, बड़ी बहन, भाभी से माहवारी पर खुलकर बात करें। माहवारी में संक्रमण के खतरे से बचने के लिए सूती कपड़े या फिर ब्रांडेड सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करें, नहीं तो खतरा बढ़ सकता है।

एएनएम कमला देवी ने कहा कि पीरियड आने पर महिलाओं व किशोरियों को अगले तीन से चार दिनों तक नहाने से रोक दिया जाता है। घरों में अलग कमरे में कर दिया जाता है। किशोरियों को पहली बार पीरियड आता है तो वह घर में किसी को बताने की बजाए छिपाती हैं। इसे लेकर उनके मन में तरह-तरह की बातें चलती हैं। 

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इस दौरान वह सही चीजों का इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं और संक्रमण का शिकार भी हो जाती हैं। ऐसे में समय के साथ बदलने की जरूरत है। काउंसलर राहुल चौरसिया ने कहा कि माहवारी नैचुरल है। मासिक धर्म में स्वयं को स्वच्छ रखकर गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। इस दौरान पोस्टर प्रतियोगिता कराई गई। 20 किशोरियों को सेनेटरी पैड बांटे गए। आंगनबाड़ी सहायिका चंदा साहू उपस्थित रहीं। 

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इन बातों का रखें ख्याल

•    घर में रखे पुराने गंदे कपड़े का प्रयोग नही करें। इससे संक्रमण का खतरा रहता है।

•    छह घंटे के अंतराल पर सैनिटरी नैपकिन बदलना चाहिए।

•    समय-समय पर अपने प्राइवेट पार्ट की सफाई करती रहें।

•    पीरियड्स के समय कई बार शरीर में दर्द होता है। इसलिए गर्म पानी से नहाएं।

•    अपने बिस्तर की सफाई का ध्यान रखना चाहिए। समय-समय पर बेडशीट बदलती रहें।

•    अगर यात्रा पर हैं और शौचालय जाना हो तो सफाई वाली जगह पर जाएं।

•    खान-पान का रखें ख्याल। सुपाच्य आहार का सेवन करें।

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