कोन सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों और दवाओं की भारी कमी, आनंद पटेल दयालु ने महानिदेशक को सौंपा ज्ञापन

सोनभद्र के कोन ब्लॉक अस्पताल में डॉक्टर्स और दवाओं की भारी कमी ,2 लाख की आबादी वाला क्षेत्र बदहाल

कोन  सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों और दवाओं की भारी कमी, आनंद पटेल दयालु ने महानिदेशक को सौंपा ज्ञापन

अस्पताल में डॉक्टरों और दवाओं की भारी कमी, इलाज के लिए मरीजों को 50-100 किमी दूर सफर करना , स्वास्थ विभाग के लिए खड़ा किया प्रश्नचिन्ह

अजित सिंह/राजेश तिवारी ( ब्यूरो रिपोर्ट) 

सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश-

 सोनभद्र जिले के कोन ब्लॉक में स्थित सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों और दवाओं की भारी कमी को लेकर अपना दल (एस) युवा मंच उत्तर प्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद पटेल दयालु के नेतृत्व में महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, डॉ. रतनपाल सिंह सुमन को एक ज्ञापन सौंपा ।

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इस ज्ञापन में क्षेत्र की 2 लाख आबादी के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है।आनंद पटेल दयालु ने ज्ञापन में इस बात पर जोर दिया कि कोन क्षेत्र आज भी डॉक्टरों और दवाओं के अभाव में जूझ रहा है। उन्होंने बताया कि हर दिन सैकड़ों मरीजों को अपना इलाज कराने के लिए 50 से 100 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है जो उनके लिए एक बड़ी परेशानी और आर्थिक बोझ है।

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ज्ञापन में कोन के सरकारी अस्पताल की दयनीय स्थिति का विस्तृत ब्यौरा दिया गया है।अस्पताल में अस्पताल में मूलभूत सुविधाओं का अभाव रक्त जांच की कोई सुविधा नहीं है, जिससे मरीजों को बाहरी लैब पर निर्भर रहना पड़ता है। एक्स-रे मशीन न होने के कारण चोटिल मरीजों को भारी असुविधा होती है। आंखों की जांच के लिए भी कोई मशीन उपलब्ध नहीं है।

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अगर किसी की हड्डी टूट जाए तो उसका इलाज करने के लिए कोई हड्डी रोग विशेषज्ञ नहीं है। इस गंभीर समस्या को लेकर पिछले एक पखवाड़े से आनंद पटेल दयालु के नेतृत्व में एक हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जा रहा है। इस अभियान में बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं क्योंकि यह संघर्ष किसी पद या व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं बल्कि आम आदमी की जिंदगी बचाने के लिए है।

आनंद पटेल दयालु ने बताया कि यह एक लंबा संघर्ष है और तब तक जारी रहेगा जब तक कोन ब्लॉक के हर मरीज को डॉक्टर और दवा की सुविधा नहीं मिल जाती। उन्होंने इस लड़ाई को आम आदमी के जीवन का संघर्ष बताया और कहा कि इस संघर्ष को कोई झुका नहीं सकता।यह पहली बार नहीं है जब आनंद पटेल दयालु ने जनहित के मुद्दे पर आवाज उठाई है।

इससे पहले भी उन्होंने तेलगुडवा से लेकर कोन तक की सड़क का निर्माण कार्य पूरा करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जो सालों से अधूरी पड़ी थी। उनके संघर्ष के परिणामस्वरूप आज लोग उस खस्ताहाल सड़क का कार्य प्रारंभ हुआ और लोग चल पा रहे हैं। इस अवसर पर जनाब महताब आलम (प्रदेश सचिव, अल्पसंख्यक मंच), संतोष कनौजिया (जिला सचिव), विकास कुमार गौड़ (पूर्व विधानसभा अध्यक्ष) और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। यह जन आंदोलन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लोगों के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।

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