आकांक्षी जनपद और आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम: विकास लक्ष्यों की प्रगति पर ज़ोर
आकांक्षी जनपद कार्यक्रम के तहत निर्धारित सभी लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से प्राप्त करने के निर्देश - जिलाधिकारी
विद्यालयों में बच्चों की संख्या वृद्धि करने पर जोर
अजीत सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट)
गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी सोनभद्र की अध्यक्षता में आकांक्षी जनपद एवं आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के अंतर्गत महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि और सामाजिक विकास से जुड़े विभिन्न संकेतकों की प्रगति पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में जनपद और ब्लॉक स्तर के संबंधित विभागों के उच्च अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने आकांक्षी जनपद कार्यक्रम के तहत निर्धारित सभी लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से प्राप्त करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और कृषि से संबंधित जिन संकेतकों में वर्तमान प्रगति राज्य के औसत से कम है, उनमें प्राथमिकता के आधार पर सुधार लाया जाए और राज्य के औसत से बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित किया जाए।
गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने, बच्चों के संपूर्ण टीकाकरण और उनके पोषण स्तर में सुधार पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। जिलाधिकारी ने आईसीडीएस विभाग को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कोई भी पात्र गर्भवती महिला पोषण से वंचित न रहे।
इसके साथ ही, कुपोषण के संकेतकों पर विभागीय कार्य योजना के अनुसार निरंतर कार्य करने के निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि वे रोस्टर के अनुसार 30 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में उच्च रक्तचाप और मधुमेह की नियमित जांच करें और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली, उचित भोजन और आवश्यक उपचार के लिए प्रेरित करें।
बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभागों को गणित और भाषा विषयों में छात्रों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने और छात्र-शिक्षक अनुपात वाले विद्यालयों की संख्या में वृद्धि करने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। परीक्षा परिणामों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्कूलों में विशेष कक्षाएं और साप्ताहिक मूल्यांकन पर बल दिया गया।
कक्षा 8 से उत्तीर्ण सभी छात्रों को उनके नजदीकी राजकीय और माध्यमिक विद्यालयों में दाखिला सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया ताकि कोई भी छात्र उच्च शिक्षा से वंचित न रहे। इसके अतिरिक्त, छात्रों के सीखने के स्तर को बेहतर बनाने के लिए उपचारात्मक शिक्षण और ब्रिज कोर्स संचालित करने पर भी ज़ोर दिया गया।
कृषि विभाग को मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड के वितरण, फसल बीमा योजना के कवरेज और सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली में सुधार के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाने और लक्ष्य-आधारित कार्य योजना बनाने के लिए कहा गया। मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण में उन किसानों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया जिनकी भूमि का परीक्षण दो वर्ष से अधिक समय पहले किया गया था।
सामाजिक विकास और आधारभूत संरचना से जुड़े अन्य संकेतकों पर भी बैठक में चर्चा हुई और सभी संबंधित विभागों को अगली समीक्षा बैठक तक संतोषजनक प्रगति सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया।जिलाधिकारी महोदय ने अंत में कहा कि जनपद सोनभद्र में आकांक्षी कार्यक्रमों को जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है, जिससे नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और उनके जीवन स्तर में सकारात्मक सुधार हो सके।

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