परोपकार से बड़ा पुण्य नहीं, गरीबों की सेवा देता है आत्मसुख : दुबे 

परोपकार से बड़ा पुण्य नहीं, गरीबों की सेवा देता है आत्मसुख : दुबे 

स्वतंत्र प्रभात। प्रयागराज। डीएस त्रिपाठी की रिपोर्ट भगवान ही असहायों का असली मददगार है। दिनोंदिन बढ़ रही ठिठुरन से जान बचाने को सुविधा सम्पन्न लोग गर्म ऊनी कपड़ों में पैबस्त नजर आते हैं वहीं गरीबो की चुनौतीभरी जिंदगी उन्हें कम्बल वितरण की प्रेरणा देती है। इनकी सेवा से बड़ा कोई पुण्य और धर्म नहीं

‌स्वतंत्र प्रभात।
‌ प्रयागराज। डीएस त्रिपाठी की रिपोर्ट
‌भगवान ही असहायों का असली मददगार है। दिनोंदिन बढ़ रही ठिठुरन से जान बचाने को सुविधा सम्पन्न लोग गर्म ऊनी कपड़ों में पैबस्त नजर आते हैं वहीं गरीबो की चुनौतीभरी जिंदगी उन्हें कम्बल वितरण की प्रेरणा देती है। इनकी सेवा से बड़ा कोई पुण्य और धर्म नहीं है।
‌      प्रतापपुर ब्लॉक के मीरपुर निवासी समाज सेवी कृष्ण कुमार दूबे ने यह बातें कही। श्री दुबे दिनोंदिन बढ़ रही ठंड के मद्देनजर इनदिनों रात में असहायों के बीच कंबल वितरण का  चंद्रभान की रिपोर्ट रहे हैं। जब लोग ठंड में अपने घरों में दुबके हो ऐसी स्थिति में समाजसेवी ने गरीबों का दर्द समझ असहायों के बीच कंबल बांटने की पहल की है।
कंबल वितरण के दौरान उन्होंने कहा कि गरीबों असहायों की मदद को वह अपना सौभाग्य मानते हैं।
Tags:

About The Author

स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel