ओबरा नगर पंचायत पर भ्रष्टाचार का कलंक छठ घाट पर अव्यवस्था से बीमार पड़े बच्चे-बुजुर्ग, EO-अध्यक्ष पर सरकार की छवि बिगाड़ने का आरोप
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ओबरा, सोनभद्र। आस्था के महापर्व छठ के सफल आयोजन के दावे के बीच, सोनभद्र की ओबरा नगर पंचायत पर बजट दुरुपयोग और गंभीर लापरवाही के आरोप लगे हैं। नगर विकास मंत्री को भेजी गई एक शिकायत में कहा गया है कि छठ घाटों पर घोर अव्यवस्था के कारण लगातार तीन घंटे की भारी बारिश में व्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं को सुरक्षा नहीं मिल पाई, जिसके परिणामस्वरूप कई बच्चे और बुजुर्ग बीमार पड़ गए। शिकायतकर्ता ने पर्व की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए ओबरा नगर पंचायत द्वारा बरती गई लापरवाही पर तीखा हमला किया है।
शिकायत के अनुसार, छठ कार्यक्रम के दौरान मौसम विभाग ने 4 दिनों से भारी बारिश की चेतावनी दी थी और बूंदाबांदी भी हुई थी। इन चेतावनियों के बावजूद, ओबरा नगर पंचायत द्वारा बनाए गए कुल 16 छठ घाटों पर न तो त्रिपाल की व्यवस्था की गई और न ही बरसात से बचाव का कोई उपाय किया गया। तेज बारिश के दौरान व्रती महिलाएं, बुजुर्ग और छोटे बच्चे अपने साथ लाई गई चटाई या घाटों पर टंगे बैनर-पोस्टर के सहारे खुद को और अपने परिवार को बचाने का नाकाम प्रयास करते रहे, जो अत्यंत कष्टदायी क्षण था।
शिकायत में इस बात पर विशेष जोर दिया गया है कि नगर पंचायत की लापरवाही का सीधा खामियाजा श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ा। पानी में भीगने से कई बच्चे और कई बुजुर्ग बीमार पड़ गए, इसकी कौन है ज़िम्मेदार। शिकायतकर्ता ने सवाल उठाया है कि छठ घाटों पर सुरक्षा की व्यवस्था न करना सीधे तौर पर व्रतियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है, जिसकी ज़िम्मेदारी ओबरा नगर पंचायत अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी (EO) पर आती है। अव्यवस्था और बजट दुरुपयोग के आरोपों के साथ ही, शिकायतकर्ता ने ओबरा नगर पंचायत के अध्यक्ष और ईओ पर राजनीतिक दुर्भावना से कार्य करने का आरोप लगाया है।
आरोप है कि ओबरा नगर पंचायत अध्यक्ष एवं अधिशासी अधिकारी समाजवादी पार्टी की मानसिकता से ग्रसित हैं और जानबूझकर लापरवाही बरतकर सरकार की छवि बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस अव्यवस्था से जनता में यह संदेश जा रहा है कि नगर विकास मंत्रालय भी इस भ्रष्टाचार में सम्मिलित है, जिससे प्रदेश सरकार की छवि पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि ओबरा नगर पंचायत के अधिकारी झूठी रिपोर्ट पेश कर विभिन्न सरकारी योजनाओं में प्रथम स्थान पाने का कार्य करते हैं, जबकि सत्यता कुछ और है और वे सरकार को मूर्ख बना रहे हैं। शिकायतकर्ता ने अंत में नगर विकास मंत्री से आग्रह किया है कि उचित से उचित कार्यवाही की जाए, जिससे सरकार और मंत्री की छवि पर लगे भ्रष्ट आरोपों को मिथ्या साबित किया जा सके और भ्रष्टाचार को रोका जा सके। यह शिकायत ओबरा नगर पंचायत में छठ पर्व के नाम पर हुए खर्चों और व्यवस्थाओं पर एक गहन जांच की मांग करती है। चूंकि यह शिकायत सीधे तौर पर बजट दुरुपयोग और गंभीर स्वास्थ्य लापरवाही का संकेत देती है, क्या आप चाहेंगे कि मैं ओबरा नगर पंचायत को छठ पर्व के लिए आवंटित बजट के संबंध में कोई जानकारी खोजूँ।
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