स्थानीय निकाय के जिम्मे है बन्दर पकड़वाना और जंगल में छोड़ना

बड़ी समस्या बन रहे बन्दर

रूद्रपुर, देवरिया।

ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लाल व काले बंदर बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं। बंदर सिर्फ खेतों और फलों को ही नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं बल्कि दुर्घटना का कारण भी बन रहे हैं।

लोगों का जीना भी मुहाल कर दिये हैं। उत्तर प्रदेश शासन में बड़ी संख्या में बंदरों के आतंक से संबंधित प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के लिए स्थानीय निकायों को अधिकृत कर दिया है। उनका कहना है कि शहरों में नगर निगम, नगर पालिका व नगर पंचायत तथा ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतें बंदरों को पकड़वा कर जंगल में छुड़वायें जिससे लोग सकुशल जीवन व्यतीत कर सकें।

 

विदित हो कि उपनगर के कई मोहल्लों में लाल बंदरों में डेरा डाल दिया है। बंदरों की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। जिसके चलते बन्दर झुंड के रूप में घरों पर उत्पात मचा रहे हैं। फलदार पेड़ों पर चढ़कर बंदर फलों को नष्ट कर दे रहे हैं तो वहीं खेतों में लगे मक्का, चने व सब्जियों की फसलों को अत्यधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। क्षेत्र में काले बन्दरों का आगमन भी तेजी से बढ़ रहा है। बन्दरों के डर से लोग छतों पर कपड़े सुखाने तक नहीं जा पा रहे हैं। छतों पर लगी पानी की टंकियों को लाल बन्दर तोड़ दे रहे हैं।

भगाने पर आक्रामक होकर काटने दौड़ रहे हैं। बन्दरों का झुंड खेतों की फसलों तथा सब्जियों को भी नष्ट कर रहा है। छतों पर सूखने के लिए डाले गए कपड़े भी बन्दर फाड़ कर फेंक दे रहे हैं। घरों में हरियाली के लिए लगे पौधों को भी बन्दर तोड़ दे रहे हैं या उखाड़ कर फेंक दे रहे हैं। उपनगर के दुग्धेश्वर नाथ वार्ड में लाल बन्दरों का आतंक है।

मोहल्ला वासियों ने ईओ को ज्ञापन देकर बन्दरों को पकड़वाने की मांग की है। वार्ड सभासद प्रतिनिधि सज्जाद अली ने कहा वन विभाग के सहयोग से शीघ्र ही बन्दरों को पकड़वाने का कार्य किया जाएगा।

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