दलाली के साथ कर रहे ठेकेदारी

स्वतंत्र प्रभात 
 
गांव में विकास कार्य अधिकतर सचिव अपने स्तर से लोग लगाकर पार्टनरशिप में करते हैं। इन प्राइवेट कर्मचारियों में ज्यादातर युवक पीलीभीत जिला के है। ये दलाली, अवैध वसूली करने के साथ ठेकेदारी भी करते है। इसका हिस्सा ग्राम विकास अधिकारियों को भी दिया जाता है। गांव में विकास कार्यों में तय है परसेंटेज सूत्रों के हवाले से मालूम पड़ा है कि के कुछ भ्रष्ट ग्राम पंचायत अधिकारी के दलालों से घनिष्ठ रिश्ते हैं। सचिव का डोगर व फाइल लगाते नजर आते है। प्रधानों व ठेकेदारों से मोटी कमीशन उन्ही के हाथों से सचिव के पास पंहुचती है।
 
विकास कार्यो की फाइल लगाने के नाम पर प्राइवेट कर्मचारी सुविधा शुल्क  बसूलते हैं। ब्लॉक आने वाले फरियादियो पर झाड़ते है रौब ग्राम पंचायत स्तर का कार्य लेकर आने वाले फरियादियों पर प्राइवेट कर्मचारी जमकर रौब झाड़ते हैं। भोले वाले अशिक्षित लोग इन्ही को ग्राम विकास अधिकारी भी समझते हैं। जन्म, मृत्यु सहित अन्य प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर अधिकांश ग्राम पंचायत अधिकारी इनसे सुविधा शुल्क वसूलते हैं।

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