पत्रकारिता और न्यायपालिका, लोकतंत्र के दो सशक्त स्तंभ: SC वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. ए. पी. सिंह
पत्रकार समाज की आवाज, न्याय की लड़ाई में सहयोद्धा
राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद के सम्मान समारोह में रखा गया विचार
लोकतंत्र की मजबूती में पत्रकारिता और न्यायपालिका की भूमिका को सर्वोपरि बताते हुए सुप्रीम कोर्ट एवं भारत सरकार के ख्यातिलब्ध वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. ए. पी. सिंह ने कहा कि “पत्रकार लोकतंत्र का चौथा और मजबूत स्तंभ हैं। उनके बिना किसी भी राष्ट्र का स्वस्थ, सशक्त और समृद्ध भविष्य गढ़ना संभव नहीं है।”
वह राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद द्वारा वृंदावन योजना, तेलीबाग, लखनऊ में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।

पत्रकार समाज की आवाज, न्याय की लड़ाई में सहयोद्धा
डॉ. सिंह ने कहा कि पत्रकार न केवल सूचना का संचार करते हैं, बल्कि समाज में जन-जागरूकता बढ़ाकर कमजोर और वंचित वर्ग की आवाज को न्याय के दरवाजे तक पहुँचाने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि—
“न्यायपालिका और पत्रकारिता दोनों ही व्यवस्था के वे स्तंभ हैं, जो सत्य, संविधान और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। एक की मजबूती दूसरे की शक्ति को और प्रखर बनाती है।”
उन्होंने पत्रकारों को निर्भीक होकर निष्पक्ष पत्रकारिता करने की प्रेरणा दी और कहा कि सत्य की राह कठिन जरूर है, लेकिन विजय हमेशा सत्य की ही होती है।
बेबाक संवाद और सवालों के जवाब
कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों ने डॉ. सिंह से विभिन्न सामाजिक, विधिक और सामयिक विषयों पर सवाल पूछे। वरिष्ठ अधिवक्ता ने अपनी विशिष्ट बेबाक शैली में सभी प्रश्नों के उत्तर दिए।
उन्होंने देश की न्यायिक व्यवस्था में तकनीक के बढ़ते उपयोग और पारदर्शिता को आवश्यक बताया।
सम्मान समारोह में पत्रकारों की उत्साही भागीदारी
राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष देवेंद्र मिश्रा सहित पदाधिकारियों ने डॉ. सिंह को पत्रकार हितों एवं विधि क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान को देखते हुए पगड़ी, शॉल, प्रतीक चिह्न एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया।

सम्मान ग्रहण करते हुए डॉ. सिंह ने कहा—
“यह सम्मान मुझे और अधिक प्रतिबद्धता के साथ देश एवं समाज के हितों की रक्षा करने का संकल्प देता है। पत्रकारों के सम्मान की रक्षा करना हम सभी का दायित्व है।”
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों से आए पत्रकारों व समाजसेवियों ने शिरकत की।
इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित रहे—
देवेंद्र मिश्रा (अध्यक्ष), बिमला कष्टहरिया (अम्मा जी), गीता चौहान, एड. एच. एन. सिंह, कौशल कुमार साहू, संतोष ‘समाधान वाणी’, मनीष कुमार, हर्ष उजाला, सुंदरम यादव, सीमा सिंह आदि गणमान्य अतिथि।
लखनऊ प्रवास में सामाजिक आयोजनों में भी की भागीदारी
समारोह के उपरांत डॉ. सिंह ने लखनऊ प्रवास के दौरान कई सामाजिक एवं वैवाहिक कार्यक्रमों में भी शामिल होकर लोगों को शुभकामनाएँ दीं।

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