तरक्की का नजरिया, कांस्ट्रेबल से सब इंस्पेक्टर का सफरनामा, एसआई इंद्रेश शुक्ला

पुलिस बिभाग में 34 वर्ष की सेवा में तरक्की का अंतिम पड़ाव, शुभेक्षुओ ने दी बधाई

ब्युरो चीफ - शत्रुघ्न मणि त्रिपाठी

गोरखपुर  कहते है तरक्की यू ही नही मिलती उसके लिए संघर्ष कर अपने मोकाम हासिल करने का जुनून होना चाहिए,आम आदमी से ब्यक्ति  तरक्की को लक्ष्य बनाने की चाहत इंसान को अपने लक्ष्य तक पहुंचा देती है ,
यही जीवन का कटु सत्य है ,ब्यक्ति सफल होने के दशा पुराने दुख भूल कर तरक्की को चूम लेता है ,

इसी प्रकार से अपनी जीवन के प्राथमिक दौर में इंस्पेक्टर के तैयारी कर रहे गोरखपुर जनपद के हररपुर बुदहट क्षेत्र  परमेश्वर निवासी इंद्रेश शुक्ला पुत्र स्वर्गीय जनार्दन शूक्ल का सपना लम्बे अंतराल के बाद हासिल हुआ ,प्रथम चरण में ही जिस पद प्रतिष्ठा की ललक थी वो प्रमोशन के कड़ी में लम्बी अंतराल  पर हासिल हुई ।

दर्शल 1989 बैच के सिपाही के सफ़नामे में 34 वर्ष कब बीत गए पता ही नही चला , सर्विस के प्राथमिक पोस्टिंग बनारस जोन में हुई ,गाजीपुर में एसएसपी कार्यालय में लम्बी सेवा  दी ,उसके बाद बाराणसी में डीआईजी कार्यालय में हुआ ,2022 के प्रमोशन में सब इंसेक्टर बने ,जिसको लेकर शुभ चिंतकों में शुभ कामनाएँ लगातार मिल रहे है।

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