लखनऊ में अड्डा बनाकर महिलाओं की टीम खड़ी कर रहा था सौरभ

लखनऊ में अड्डा बनाकर महिलाओं की टीम खड़ी कर रहा था सौरभ

बलरामपुर। साइबर फ्रॉड के मामले में गिरफ्तार सौरभ कुमार से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी ने राजधानी लखनऊ को ही साइबर फ्रॉड का अड्डा बना रखा था। जहां से वह बड़े पैमाने पर साइबर ठगी का नेटवर्क खड़ा कर रहा था। खास बात यह रही कि वह अपनी टीम में महिलाओं को भी शामिल करता जा रहा था ताकि फोन पर महिलाओं से बातचीत कराकर लोगों को आसानी से झांसे में लिया जा सके।
 
पुलिस सूत्रों के मुताबिक लखनऊ में पहले से ही साइबर फ्रॉड के कई बड़े मामले सामने आ चुके हैं। इन्हीं घटनाओं की कड़ी में अब यह खुलासा हुआ है कि सौरभ ने यहां ठगी का जाल फैलाने की ठोस रणनीति बनाई थी। उसका मकसद यह था कि महिलाओं को शामिल कर लोगों को आसानी से झांसा दिया जा सके।
 
सौरभ के मोबाइल से मिले सबूतों में कई युवतियों के साथ की गई आपत्तिजनक चैट और ऑडियो क्लिप मिले हैं। आरोप है कि वह पहले युवतियों को शादी व रिश्तों का झांसा देकर अपने जाल में फंसाता था। जो उसकी बात मानने से इन्कार कर देतीं, उन्हें अश्लील चैट और फर्जी आधार कार्ड जैसी सूचनाओं के जरिए ब्लैकमेल करता था।
 
पुलिस का मानना है कि इसी दबाव में कुछ युवतियों को गिरोह में शामिल करने की कोशिश की गई थी। अब तक की जांच में 85 बैंक खातों का पता चला है, जिनमें से 31 खातों से करीब 24 करोड़ रुपये से ज्यादा का लेनदेन सामने आया है। पुलिस का कहना है कि यह रकम कई फर्जी खातों और अलग-अलग राज्यों के नेटवर्क में भेजी गई।
 
पुलिस की जांच का फोकस
एसपी की निगरानी में चल रही जांच में पुलिस टीम अब नये ढंग से जांच कर रही है। जांच टीम लखनऊ से ऑपरेट किए जा रहे संभावित ठिकानों और नेटवर्क की पहचान करने जुटी है। अब साइबर फ्राॅड के मामले में 11 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिसमें छह लोगों के ठिकाने लखनऊ में ही मिले हैं। इसके अलावा जांच में सौरभ के संपर्क में आई महिलाओं की वास्तविक भूमिका की छानबीन हो रही है। सोशल मीडिया और फर्जी दस्तावेजों के जरिए ठगी के पैटर्न की जांच के साथ ही बैंक खातों और मोबाइल नंबरों का अंतरराज्यीय लिंक खंगाला जा रहा है।
 
 लखनऊ से पूरे प्रदेश में फैले नेटवर्क पर नजर
पुलिस को शक है कि सौरभ का नेटवर्क केवल लखनऊ या बलरामपुर तक सीमित नहीं था। आशंका जताई जा रही है कि इस गिरोह की जड़ें कई जिलों और पड़ोसी राज्यों तक फैली हो सकती हैं। मोबाइल और डिजिटल डिवाइस की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है ताकि और नामों का पर्दाफाश किया जा सके। जांच टीम का कहना है कि जैसे-जैसे नए लिंक सामने आएंगे, वैसा ही एक्शन तय होगा।
 
जांच में लगाई गईं हैं टीमें
साइबर फ्रॉड में गिरफ्तार किए गए सौरभ से अहम जानकारियां मिलीं हैं। पुलिस टीमें प्रत्येक पहलु पर जांच कर रहीं हैं। महिलाओं से मामला जुड़ा हाेने का नया मामला है, इसकी गहराई से पड़ताल की जा रही है।
विकास कुमार, पुलिस अधीक्षक

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