
कृषि अध्यादेश के खिलाफ आप का प्रदर्शन, अध्यादेश वापस नहीं लिया तो सड़कों पर उतरेंगे किसान,सौंपा ज्ञापन ।
कृषि अध्यादेश के खिलाफ आप का प्रदर्शन, अध्यादेश वापस नहीं लिया तो सड़कों पर उतरेंगे किसान,सौंपा ज्ञापन । ए •के • फारूखी (रिपोर्टर) ज्ञानपुर, भदोही । आम आदमी पार्टी ने केंद्र के कृषि अध्यादेश को किसान विरोधी बताते हुए सोमवार को मुख्यालय स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। पार्टी जिलाध्यक्ष मनोज
कृषि अध्यादेश के खिलाफ आप का प्रदर्शन, अध्यादेश वापस नहीं लिया तो सड़कों पर उतरेंगे किसान,सौंपा ज्ञापन ।
ए •के • फारूखी (रिपोर्टर)
ज्ञानपुर, भदोही ।
आम आदमी पार्टी ने केंद्र के कृषि अध्यादेश को किसान विरोधी बताते हुए सोमवार को मुख्यालय स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। पार्टी जिलाध्यक्ष मनोज गुप्ता ने सौंपे गए ज्ञापन में कहा कि कोरोना महामारी के दौर में किसानों की मेहनत के कारण देश की अर्थव्यवस्था का पहिया घूम रहा है।
उन्होंने किसान विरोधी कृषि अध्यादेश को वापस लेने, डीजल की बढ़ी कीमतों को वापस लेने, किसानों को डीजल में अनुदान देने, स्वामीनाथन आयोग के सी 2.50 प्रतिशत के फार्मूले अनुसार फसलों का एमएसपी दिए जाने की मांग उठाई। किसानों को पूर्ण कर्जमुक्त करने की मांग की ।
कहा कि कृषि सेक्टर के प्राइवेट हाथों में सौंप देने के लिए यह भी लाया गया है। इससे एमएसडी खत्म हो जाएगी। कृषि अधिनियम को लेकर केंद्र सरकार द्वारा कहा गया है, कि किसानों के लिए यह एक क्रांतिकारी बिल है । लेकिन सच यह है कि कृषि जो हमारे देश की धरा है।
80% लोग जो गांव में रहते हैं, वह कृषि पर ही निर्भर हैं। उसको प्राइवेट हाथों में देने के लिए यह बिल लाया गया है ।इस बिल की वजह से धान और गेहूं की एमएसपी खत्म हो जाएगी। बिल में प्राइवेट कंपनियों को खुली छूट दी गई है ।कहा कि जागो किसानों और कृषि क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लीजिए ।
आगे कहा कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयर पोट बेचे, एलआईसी बेची ,बैंक बेचे, एयर इंडिया और रेलवे का निजीकरण कर दिया । अब किसानों से उनकी खेती भी छीनी जा रही है ।अन्य वक्ताओं ने कहां की इस बिल के पास होने से बड़े-बड़े पूजीपतियों को कृषि क्षेत्र में आने का मौका मिलेगा।
10या 20 एकड़ जमीन के कलेस्टर बनेंगे और पूंजीपति कहीं से भी फसल खरीद कर देश में कहीं भी उसका भंडारण ( स्टोर)कर सकेंगे। इस बिल के अनुसार अब किसी भी जरूरी वस्तु को कहीं भी इकट्ठा किया जा सकता है ।जरूरी वस्तुओं का जितना चाहे भंडारण किया जा सकता है । और वह मनमानी ढंग से बेचा जा सकता है।
आम आदमी पार्टी मांग करती है कि उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने की वजह से संसद में पारित इस किसान विरोधी बिल को तत्काल वापस लिया जाए। वरना पार्टी किसानों के साथ सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होगी ।
ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष मनोज गुप्ता ,संदीप बल्ला ,दानिश फरहान, इजहार अहमद ,फराज खान ,अफजल सिद्दीकी, अशोक यादव ,रोशन अली, वाहिद अंसारी ,शिवजी( प्रधान) महेंद्र पाल ,राजेश सरोज, संदीप यादव, नीरज पाल, पंचम लाल , राजमणि बिंद, राम मूरत बिंद, लालधर बिंद आदि रहे।
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