Haryana: हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल पर हाई-लेवल मीटिंग, 5 जिलों में धारा 163 लागू
मंत्री आरती राव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूरे प्रदेश से हड़ताल से जुड़े आंकड़े तुरंत मांगे जाएं और इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि मरीजों को किसी तरह की दिक्कत न आए तथा स्वास्थ्य सेवाएं बाधित न हों।
11 जिलों में बाहर से बुलाए गए डॉक्टर
बैठक में बताया गया कि राज्य के 11 जिलों में हड़ताल के असर को कम करने के लिए अन्य जिलों से डॉक्टरों को बुलाकर आपात जरूरत के अनुसार तैनात किया गया है। इसके बावजूद मंगलवार को कई सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के केबिन खाली दिखाई दिए।
Read More कोयला खदानों के बीच जान हथेली पर रखकर स्कूल जा रहे हैं मासूम, सुरक्षा के लिए एक भी गार्ड नहीं कई जगह मरीजों को गंभीर परेशानी
महेंद्रगढ़ सिविल अस्पताल में डॉक्टर न मिलने के कारण 6 साल की बच्ची का पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका और मामले को नारनौल रेफर करना पड़ा। पंचकूला सिविल अस्पताल में मरीज घंटों डॉक्टरों का इंतजार करते रहे।
हिसार में सड़क हादसे में घायल युवक, जिसका पैर कट गया था, बस से अस्पताल पहुंचा। वहां भी उसे बताया गया कि डॉक्टर उपलब्ध नहीं हैं।
कैथल सिविल अस्पताल में पेट में पथरी की समस्या से जूझ रही महिला को अल्ट्रासाउंड बिना कराए वापस भेज दिया गया। स्टाफ का कहना था कि डॉक्टर छुट्टी पर हैं और वे कल आएंगे या नहीं, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
कई जिलों में लागू हुई धारा 163
भिवानी, करनाल, झज्जर, हिसार, फतेहाबाद और गुरुग्राम में हड़ताल से अव्यवस्था बढ़ने की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने धारा 163 लागू कर दी है, जिससे किसी भी तरह के धरने-प्रदर्शन पर पाबंदी लग गई है।
10 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
इसी बीच हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (HCMS) ने अपनी मांगों खासकर ACP को लेकर स्पष्ट किया है कि यदि सरकार समाधान नहीं देती तो वे 10 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

Comment List