हसनयन हत्या कांड में  नामजद आरोपी सईद बाबा की गिरफ्तारी अभी तक क्यों नहीं।

पुलिस सवालों के घेरे में ?

हसनयन हत्या कांड में  नामजद आरोपी सईद बाबा की गिरफ्तारी अभी तक क्यों नहीं।

स्वतंत्र प्रभात।
ब्यूरो प्रयागराज।

फूलपुर थाना क्षेत्र के कनौजा खुर्द गांव में 14 वर्षी हसनैन की अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई थी। उसकी लाश गुलचपा गांव के पास एक नहर के किनारे फेंक दी गईथी‌।

 इस घटना से पूरे गांव में गम का माहौल व्याप्त हो गया था।और पुलिस की लापरवाही के प्रति आक्रोश दिखाई पड़ा था।

 लोगों का कहना है कि हसनैन की मां द्वारा इफको चौकी की पुलिस को मंगलवार को सूचना सुबह देने के बाद भी अगर तुरंत कार्रवाई के कर दी गई होती तो शायद  हसनैन की हत्या होने से बच जाता।

घटना के बारे में  बताते चलें कि सोमवार को  गांव के विद्यालय के पास हसनैन लड़कों के साथ घूम रहा था की सायं काल   संदलपुर निवासी शहीद बाबा के लड़के  मोटरसाइकिल से वहां पहुंचे और उसे लेकर चले गए। शाहिद हसनैन की मां के मामा लगते हैं जिससे वह लड़का उनको जानता पहचानता था और उनके कहने पर वह उनकी मोटरसाइकिल पर बैठकर चला गया ।उस मासूम को यह नहीं मालूम था कि यह लोग हत्या के इरादे से उसे लेकर जा रहे हैं।

पुलिस सवालों के घेरे में ?

उसकी मां जब काफी देर के बाद उसका लड़का  घर नहीं लौटा तो उसने पता लगाया और मालूम हुआ कि उसके मामा के लड़के हसनैन को लेकर के गए हैं ।हसनैन की मां को तुरंत संदेह हो गया कि उसके लड़के की जान खतरे में है और वह रात भर रोती रही रह गई और शहीद बाबा के ऊपर आरोप लगाती रही ।कि उन्होंने हमारे बच्चे की अपहरण करके उसके साथ कुछ अनहोनी कर डालेंगे। सुबह मंगलवार को उसने अपने भाई के साथ इफको चौकी पुलिस पर गई और यह सूचना दी ।और शहीद बाबा को आरोपित करते हुए यह बताया कि उन्होंने अपहरण अपने लड़कों से कराया  है। लेकिन चौकी के प्रभारी ने उसको उल्टी सीधी फटकार लगाते हुए अपने अधिकारियों और प्रभारी निरीक्षक तक को गुमराह किया।  

उसकी मां के बताने के बावजूद 


 भी कि मेरे मायके वालों से  मेरे मामा की दुश्मनी है इसलिए मुझे अनहोनी की आशंका है। पुलिस  सक्रियता नहीं दिखाई इसी बीच किसी समाचार चैनल वाले ने प्रभारी निरीक्षक को टेलीफोन से सूचना भी  दी  थी कि आपके क्षेत्र में किसी लड़के का अपहरण हो गया है तो प्रभारी निरीक्षक  भी यही जवाब दिया कि उसका रिश्तेदार ही उसको बैठा कर ले गया है ।इसलिए अपहरण कहां से हो गया। वह भी गंभीरता को नहीं समझ पाए

लेकिन जब प्रभारी निरीक्षक को फिर किसी ने फोन करके यह बताया की  सूचना देने वाले को मोबाइल चौकीइंचार्ज ने छीन कर तोड़ दिया तो प्रभारी निरीक्षक ने तुरंत चौकी इंचार्ज को इस बात पर नाराजगी जताते हुए तुरंत छानबीन करने का निर्देश   दिया। ।।लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। और जाट पड़ताल करते हुए यादव चौराहे के सीसी कमरे में उसे ले जाते हुए फोटो कैद हो गई थी तो  उसकी मां को बुलाकर पहचान  कराई गई ।इसके बावजूद चौकी इंचार्ज सहमत नहीं थे। 

लेकिन उन्होंने कहा की जांच पड़ताल चल रही है प्रयास किया जा रहा है लेकिन रात भर बीतने के बावजूद अभियुक्त के घर तक नहीं गए न ही आरोपी से पूछ ताछ किए  सवाल यह शहीद बाबा  को  नामजद करने के बावजूद उनके घर वालों से कड़ाई से पूछताछ क्यों नहीं की गई। थी। लोगों का कहना है कि अगर उसी रात पुलिस सक्रिय हो गई होती तो बालक की हत्या  शायद न हो पाती।

उसे रात में ही मार करके हत्या करके गांव से करीब 5 किलोमीटर दूर  गांव के पास एक नहर के किनारे फेंक दिया गया था ग्रामीणों में इस बात पर भी आक्रोश है कि पुलिस को यह घटना की जानकारी होने के बावजूद जब लाश बरामद हुई तो उसके घर वालों से  बिना बुलाए और पहचान कराए सीधे पोस्टमार्टम में लाश को भेज दिया गया । पोस्टमार्टम हाउस में उसके परिवार वाले वहां जाकर के पहचान कर पाए ।आखिर पुलिस इसको घटना को क्यों छुपाना चाहती थी क्या  लापरवाही पर पर्दा डालना चाहती थी या नामजत बाबा के रसूक को देखकर के उस पर हाथ नहीं डालना चाहती थी।  और अंत में उस बालक की हत्या हो गई इस संबंध में  सहायक पुलिस अधीक्षक से दो बार बातचीत करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया और उन्होंने एक बाइट जारी करके इस घटना को तोड़ मरोड़ करके पेश किया । लोगों का कहना है कि गुमशुदा होने सूचना पर भी सुबह उसकी लाश मिली तो पता कराया गया कि हसनैन है ।

कनौजा खुर्द गांव के लोगों का और आसपास के लोगों का स्पष्ट मानना है की पुलिस की लापरवाही के कारण से मासूम की हत्या हो गई थी। घटना के बाद खैर प्रभारी निरीक्षक ने दो दिन के अंदर चार नामजद लोगों को पकड़ा लेकिन सईद बाबा कोपुलिश ने आज तक क्यों नहीं पकड़ पाई यह रहस्य के घेरे में है । और पुलिस पर सवाल उठ रहे है।

बताया जाता हैं कि सईद बाबा मजार पर गांव में झाड़ फूक का काम करता है और रसूख दार लोगो तक उसकी पहुंच है जिससे कही न कही दबाव में है। लेकिन आम लोगों में चर्चा है कि सईद बाबा ने पुलिस को मैनेज कर लिया है।इसलिए उसकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है। सवाल यह उठता है कि क्या सईद बाबा के बगैर जानकारी में उनके लड़कों ने हत्या जैसी  वारदात कर सकते है।दूसरी बात यह है कि सईद बाबा कार्य प्रणाली के बारे में आश पास के लोगों के विचार अच्छे नहीं है। झाड़ फूक की आड़ में वहां क्या होता है इसकी गहराई से जांच हो जाय तो अनेक रहस्य खुल सकता है।लेकिन सईद बाबा   नाम जद होने के बाद गिरफ्तार  पुलिस क्यों  नहीं कर पा रही है यह प्रश्न पुलिस पर अनेक सवाल खड़े कर रही है।

इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास रत है वह घर छोड़कर भाग रहा। है उनके विरुद्ध कानूनी प्रक्रिया जारी है। नहीं मिलेगा  तो कुर्की आदि के कारवाही  होगी।

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