सोनभद्र पुलिस की बड़ी कार्रवाई एनकाउंटर में अंतर्राज्यीय गौतश्कर गिरोह का सरगना गिरफ्तार, 22 गोवंश मुक्त
कोन पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान झारखण्ड निवासी गौतश्कर को किया घायल, चार अन्य साथी हिरासत में
अजित सिंह/ राजेश तिवारी ( ब्यूरो रिपोर्ट)
सोनभद्र पुलिस ने गौतश्करी और गोवध पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के निर्देशन और क्षेत्राधिकारी ओबरा हर्ष पाण्डेय के नेतृत्व में रविवार तड़के हुई एक पुलिस मुठभेड़ में अंतर्राज्यीय गौतस्कर गिरोह के सरगना समेत पाँच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।

मुठभेड़ के दौरान सरगना के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। रविवार की सुबह लगभग 03:30 बजे थाना कोन पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के कुड़वा पहाड़ी/जंगल, रामगढ़ से होते हुए कुछ व्यक्ति बड़ी संख्या में पशुओं को वध हेतु झारखण्ड ले जा रहे हैं। सूचना पर थाना कोन पुलिस की चार टीमें तत्काल सक्रिय हुईं और लौंगा बन्धा के पास गायघाट तिराहे पर छिपकर इंतजार करने लगीं।

थोड़ी देर बाद एक मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्ति मौके पर पहुँचे और इधर-उधर देखकर पीछे आ रहे अपने साथियों को गोवंश को आगे लाने के लिए संकेत दिया। पुलिस ने मोटरसाइकिल सवारों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन चालक ने गाड़ी को जंगल की तरफ तेजी से भगाया, जिससे वह अनियंत्रित होकर गिर गया।
गिरने के बाद व्यक्ति ने खुद को पुलिस से घिरा देखकर जान से मारने की नीयत से पुलिस टीम पर फायर कर दिया। इस पर, पुलिस टीम ने आत्मरक्षार्थ में जवाबी फायर किया, जिससे उस व्यक्ति के पैर में गोली लग गई और वह घायल हो गया।
घायल व्यक्ति ने पूछताछ में अपना नाम रफीक पुत्र स्व. महरुम, निवासी कोईदी, नगर उटारी, झारखण्ड बताया। यह व्यक्ति गौतस्कर गिरोह का सरगना है, जिसके विरुद्ध पूर्व में भी झारखण्ड के गढ़वा जिले के रमना थाने में पशु तस्करी का अभियोग (मु0अ0सं0-64/2024) दर्ज है। मौके से 22 गोवंशों के साथ-साथ गिरोह के अन्य चार अभियुक्तों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया।
घायल गौतश्कर रफीक को इलाज हेतु पुलिस टीम के साथ तत्काल जिला चिकित्सालय लोढ़ी भेजा गया। गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि उनका सरगना रफीक है। वे रफीक के कहने पर मध्यप्रदेश और जुगैल के आस-पास के क्षेत्रों से गोवंशों को सस्ते दामों में खरीदकर थाना चोपन अन्तर्गत सलखन की पहाड़ियों में एकत्रित करते थे।
वहां से वे गोवंशों को रफीक द्वारा दिए गए लोकेशन के आधार पर कोटा के रास्ते, कनहर नदी, पड़रछ और बग्गी बंधा के जंगलों व पहाड़ी रास्तों से होते हुए झारखण्ड के खरौंदी पहुंचा देते थे। खरौंदी से रफीक गोवंशों को ट्रकों में लादकर बिहार के रास्ते बंगाल वध हेतु भेज देता था, जहाँ उसे अच्छे पैसे मिलते थे। अभियुक्तों ने यह भी बताया कि अपनी सुरक्षा और बचाव के लिए रफीक पास में एक तमंचा भी रखता था।
गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम क्रमश: रफीक पुत्र स्व. महरुम (घायल/सरगना, निवासी कोईदी, नगर उटारी, झारखण्ड) राम मिलन पुत्र स्व. भूलन (निवासी खडार पड़री, थाना गढ़वा, मध्यप्रदेश) अमृत लाल पुत्र भोला (निवासी खड़ार पड़री, थाना गढ़वा, मध्यप्रदेश) राहुल पुत्र वीरेन्द्र (निवासी रामगढ़, थाना कोन, सोनभद्र)
छोटू लाल उर्फ छट्टू पुत्र अमेरिका (निवासी रामगढ़, थाना कोन, सोनभद्र) पुलिस ने मौके से निम्न सामग्री बरामद की है। एक अदद देशी तमंचा 315 बोर मय एक ज़िंदा कारतूस व एक खोखा कारतूस। 22 राशि गोवंश। एक अदद मोटरसाइकिल (संख्या JH14L8707)
गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना कोन में मु0अ0सं0-217/2025 धारा-109 बीएनएस, 3/25 शस्त्र अधिनियम व 3/5ए/8बी/8 गोवध अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है और अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
इस टीम में प्रभारी निरीक्षक, चौकी प्रभारी बागेसोती, उ0नि0 चौकी प्रभारी चकरिया, उ0नि0 कोन सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल रहे।

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