कायाकल्प टीम ने पनवाड़ी सीएचसी का किया मूल्यांकन 

-स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर प्रबंधन को टीम का निरीक्षण 

कायाकल्प टीम ने पनवाड़ी सीएचसी का किया मूल्यांकन 

-70 फीसद या उससे अधिक अंक मिले तो होंगे पास 
 
महोबा । ब्यूरो रिपोर्ट-अनूप सिंह
 
स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर प्रबंधन के लिए कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत बृहस्पतिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पनवाड़ी का एक्सटर्नल असेसमेंट हुआ। राज्य स्तर से नामित तीन सदस्यीय टीम ने अस्पताल का रखरखाव तथा व्यवस्थाएं देखीं। इस दौरान निर्धारित आठ परिक्षेत्र के साढ़े तीन सौ बिदुओं का बारीकी से निरीक्षण कर अपनी फाइनल रिपोर्ट तैयार की।
 
       राज्य स्तरीय टीम में शामिल डीटीओ डाॅ. देवेंद्र कुमार (जालौन) के नेतृत्व में जनपदीय सलाहकार डाॅ. योगेश लहरी (हमीरपुर) और स्टेट सलाहकार क्वालिटी एश्योरेंस (लखनऊ) आस मोहम्मद पनवाड़ी सीएचसी पहुंचे। अधिकारियों ने कायाकल्प योजना के तहत निर्धारित चिकित्सालय के रखरखाव, साफ सफाई, चिकित्सीय कचरा निस्तारण, संक्रमण नियंत्रण, अस्पताल में संचालित सहयोगी सेवाएं, स्वच्छता को बढ़ावा देना, परिसर के आसपास का क्षेत्र और पर्यावरण अनुकूल क्रियाकलाप के बिदुओं का निरीक्षण किया। टीम ने पैथलाजी, ओपीडी, आईपीडी, लेबर रूम, आपरेशन थियेटर, नवजात शिशु चिकित्सा यूनिट (एसएनसीयू) किचन, चिकित्सालय के आसपास का क्षेत्र, टंकियों की साफ-सफाई और पत्रावलियों के रखरखाव को भी देखा। उन्होंने चिकित्सकों और स्टाफ से भी इलाज और सुविधाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की। मरीजों से भी चिकित्सालय सेवाओं का फीडबैक लिया। 
 
       चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. आरजी शंखवार ने बताया कि कायाकल्प योजना के तहत तैयारियां पूरी कर ली गई है। उम्मीद है कि इस बार भी अस्पताल को पुरस्कार के लिए चयनित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 78 फीसद अंक के साथ सीएचसी को सांत्वना पुरस्कार मिला था। 
 
         इस दौरान जिला सलाहकार क्वालिटी सलाहकार डाॅ. दिवाकर प्रताप सिंह, डाॅ. विजय निरंजन, डाॅ. गीतांजलि, डाॅ. रिचा साहू, डाॅ. ज्योत्सना गुप्ता, डाॅ. राजेश कुमार, फार्मेसिस्ट आलोक कुमार, बीपीएम वसीम बेग, बीसीपीएम सरिता गुप्ता, एलटी शैलेंद्र सिंह चंदेल, शमीम अहमद, करोड़ीलाल, शोभाराम आदि मौजूद रहीं।
 
तीसरे चरण का फाइनल हुआ असेसमेंट
 
जनपदीय कायाकल्प परामर्शदाता डाॅ. दिवाकर प्रताप सिंह ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड योजना में तीन चरणों में असेसमेंट किया जाता है। पहले में जिला स्तर पर चिकित्सालय की क्वालिटी टीम द्वारा असेसमेंट होता है। इसमें 70 फीसदी से अधिक अंक आने पर दूसरे चरण के लिए अस्पताल नामित हो जाता है। दूसरे चरण में मंडल स्तर की टीम असेसमेंट करती है। इसमें भी 70 फीसदी से अधिक अंक होने पर राज्य स्तर की टीम द्वारा असेसमेंट किया जाता है।
       
       वहीं तीसरे चरण में 70 फीसदी अंक होने पर पुरस्कार योजना में चयनित किया जाता है। इसमें खास बात यह है कि मेडिकल कचरा निस्तारण और संक्रमण नियंत्रण में 70 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। अन्यथा कुल स्कोर 70 फीसदी होने पर भी पुरस्कार के लिए चयनित नहीं किया जाता है।
 
 

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