अघोषित बिजली कटौती से मची हायतौबा

अघोषित बिजली कटौती से मची हायतौबा

अघोषित बिजली कटौती से मची हायतौबा



स्वतंत्र प्रभात 
अम्बेडकर नगर।

भीषण गर्मी ऊपर से शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक हो रही लगातार हो रही बिजली की अघोषित कटौती के चलते लोगों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोकल फाल्ट, मेंटेनेंस, मौसम खराब आदि के नाम पर लगातार बिजली गुल की जा रही है। लोगों का जीना मुहाल कर दिया है।अब गर्मी से पारा ऊपर जा रहा है, लेकिन विभाग की ओर से कटौती जारी है।बिजली आपूर्ति और कटौती का कोई समय नहीं है। इससे आम लोग परेशान हैं।

 उधर बिजली कटौती से पेयजल की समस्य बनी हुई है। बिजली गुल होने के बाद पता नहीं होता है कि बिजली दोबारा कब आएगी। दिन हो या रात बस लोगों को अघोषित बिजली कटौती का ही भय सताता रहता है कि बिजली ना जाने कब गुल हो जाए। बिजली कटौती के कारण लोगों की पूरी दिनचर्या खराब होकर रह जाती है। उमस भरी गर्मी से छोटे बच्चे, महिला और बुजुर्गों को भारी कठनाईयों का सामना करना पड़ता है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की अघोषित कटौती से ग्रामीणों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है। बिजली विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लिए बनाए गए शेड्यूल के अनुसार भी बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है 

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जिसके कारण आजकल पड़ रही चिपचिपाती गर्मी और अघोषित बिजली कटौती ने लोगों की रात की नींद और दिन का चैन छीन लिया हैं। वही छोटे उद्योग व बिजली पर निर्भर दुकानदारों में बिजली निगम के प्रति खासा गुस्सा व्याप्त है। अघोषित बिजली कटौती ने पेयजलापूर्ति को भी बिगाड़ दिया है।बिजली विभाग में शिकायत करने के लिए फोन लगाया जाता है तो वहां फोन ही नहीं लगता। 

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जाने अनजाने में कभी फोन लग भी जाए तो बिजली विभाग के कर्मचारी संतोषजनक उत्तर देने की बजाय जल्द बिजली आएगी कहकर फोन काट देते हैं। विभाग की लचर व्यवस्था से लोगों को सही तरीके से बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है। विभाग की इस अव्यवस्था से जहां आमजन परेशान हैं। औझिपुर विद्युत उपकेन्द्र की मुख्य सप्लाई शुक्रवार को दोपहर बाद गुल हो गई। रात 10 बजे बिजली की आंखमिचौली शुरू हो गई। औझिपुर उपकेन्द्र के पांच फीडर से करीब एक लाख की आबादी में दिन ढलते ही अंधेरा छा जाता है।

 रात में बिजली महज कुछ घंटे के लिए आती है। इसके बाद सुबह भोर में मिल सकी। शुक्रवार की रात से ही विद्युत आपूर्ति चरमरा गई। शाम से ही ग्रामीण बिजली का इंतजार करते रहे। रात 11 बजे से आंख मिचौली शुरू हो गई। सुबह कुछ घंटों के लिए बहाल हो जाती है। भीषण गर्मी से जनता परेशान हो रही है 

वही मच्छरों के प्रकोप से रात भर सोना हराम हो जाता है। अघोषित बिजली कटौती से जनता परेशान है। चौबीस घंटे में पांच से छः घंटे बिजली मिल पा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि शासनादेश के बावजूद अधिकारियों द्वारा बिजली कटौती कर मनमानी की जा रही है।

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