कुड़वा में पानी संकट पर ग्रामीणों का जोरदार प्रदर्शन, हर घर नल योजना धरातल पर फेल

कुड़वा में पानी संकट पर ग्रामीणों का जोरदार प्रदर्शन, हर घर नल योजना धरातल पर फेल

कोन/सोनभद्र। विकास खंड कोन के फ्लोरोसिस प्रभावित गांवों कचनरवा और कुड़वा सहित कई क्षेत्रों में जलापूर्ति ठप होने और हैंडपंपों के ध्वस्त होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने आज जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि केंद्र और राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी 'हर घर नल योजना' इस क्षेत्र में पूरी तरह धाराशायी हो चुकी है, जबकि जिम्मेदार अधिकारी और विभाग मौन साधे हुए हैं। भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार, विकास खंड कोन अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों में नल कनेक्शन का कार्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है, लेकिन उसे कागजों पर पूर्ण दिखा दिया गया है।
 
ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें आधार कार्ड के आधार पर कनेक्शन तो दे दिए गए, लेकिन कई महीनों से नलों से एक बूंद पानी नहीं आ रहा है। नाम न छापने की शर्त पर स्थानीय लोगों ने संबंधित विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा महीने में एक-दो दिन केवल 10 मिनट के लिए पानी चलवाकर और लोगों को झूठे आश्वासन देकर, उस क्षेत्र की फोटो और फर्जी वीडियो संबंधित विभाग को भेजा जाता है, जो लोगों की समझ से परे है।
 
समाजसेवी गंगा प्रसाद यादव की अगुवाई में ग्राम पंचायत कुड़वा के टोला पांडुचट्टान अंतर्गत डीलवाहा में ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि इस क्षेत्र में हर घर नल योजना पूरी तरह से फ्लाप साबित हो रही है, यहाँ तक कि आज तक कई लोगों को नल कनेक्शन तक नहीं मिला है। वरिष्ठ समाजसेवी जोखन प्रसाद यादव और बिहारी प्रसाद यादव ने संयुक्त रूप से कहा कि कचनरवा का रोहिनवादामर और कुड़वा में फ्लोरोसिस की मात्रा अत्यधिक है, बावजूद इसके आज भी लोग नदी-नाले का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।
 
उन्होंने यह भी बताया कि कचनरवा के बड़ाप, बागेसोती के सिंगा, कुड़वा के धौरवादामर, शिवाखाड़ी, डीलवाहा सहित कई जगहों पर आज तक लोगों को नल कनेक्शन नहीं मिल सका है। जहाँ कनेक्शन हैं, वहाँ भी कई महीनों से पानी नहीं मिल रहा है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के समय में जो हैंडपंप लगे थे, वे भी मरम्मत के अभाव में ध्वस्त हो चुके हैं। इस संबंध में सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन अधिकारियों ने लीपापोती कर दी।
 
इसके अलावा, ग्राम पंचायतों में जगह-जगह पानी की टंकी का निर्माण हुआ था, जो मात्र शो पीस बनकर रह गई हैं। कई ग्राम पंचायतों में हैंडपंप मरम्मत के अभाव में खराब पड़े हुए हैं।सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, कार्यदायी संस्था द्वारा परियोजना को कागजों पर पूर्ण दिखाना, स्वत ही जाँच का विषय बन गया है। प्रदर्शन में मुख्य रूप से गंगा प्रसाद यादव, राजू गोंड, रामरूप गोंड, ज्वाहिर गोंड, लक्ष्मण गोंड, राजेंद्र, बलि आदि शामिल रहे।
 
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल शुद्ध पेयजल की आपूर्ति शुरू कराने और खराब पड़े हैंडपंपों की मरम्मत कराने की पुरजोर मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की सबसे महत्वपूर्ण योजना जनहित को देखते हुए केवल कागजों तक सीमित न रहे, बल्कि धरातल पर उन्हें स्वच्छ जल उपलब्ध कराया जाए।

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