डीबीटी से 9 साल में 25 लाख करोड़ रुपए सीधे लाभार्थियों के खाते में : डॉ.चौहान

कांग्रेस-राज होता तो  85%  उनके दलाल और बिचौलिए हजम कर जाते

करनाल।

  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के 9 साल गरीब कल्याण, सेवा और सुशासन पर केंद्रित रहे है।  विभिन्न योजनाओं का पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाना हो, देशभर में हर घर मैं शौचालय  का निर्माण हो, 9 करोड़ 50 लाख जरूरतमंद घरों में  मुफ्त रसोई गैस के चूल्हे का कनेक्शन पहुंचाना हो या फिर 12 करोड़ घरों तक नल से जल की पहुंच, यह सब काम साधारण भारतीयों के जीवन में सुख का संचार करने वाले क्रांतिकारी  कदम है।  भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने आज यहां जारी एक  बयान में विपक्षियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हरियाणा के संभवतः एक भी गांव में इस सरकार के आने से पहले 24 घंटे बिजली  की आपूर्ति नहीं होती थी।  अब 6000 से ज्यादा गांव चौबीसों घंटे रोशन रहते हैं।  

 डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा व्यापक पैमाने पर मोदी सरकार के 9 वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियां जन जन तक पहुंचाने के लिए महीना भर लंबा अभियान चला रही है।  इस अभियान के अंतर्गत 3 चरणों में  लोकसभा स्तर से लेकर   बूथ स्तर पर घर-घर संपर्क  सहित अनेक प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होंगे।

 भाजपा प्रवक्ता डॉ चौहान ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के  9 वर्षों के कार्यकाल में जन सामान्य को मिलने वाली सुख सुविधाएं बढ़ी हैं, स्वास्थ्य सेवा में अभूतपूर्व सुधार हुआ है और गरीबों और पिछड़ों की संभाल की पहले से बहुत बेहतर व्यवस्था हुई है।  उन्होंने कहा कि पूर्व  में हरियाणा और केंद्र में सत्तासीन रहे राजनीतिक दल, खासकर कांग्रेस पार्टी गरीबी हटाओ का नारा देते रहे  मगर गरीबों का भला करने के बजाय  उनके नाम पर अपनी जेब भरने में  लगे रहे।  कांग्रेस नेता और देश के प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी ने खुद स्वीकार किया था  कि विकास के नाम पर दिल्ली से चलने वाला ₹1 गांव तक पहुंचते-पहुंचते घिसकर 15 पैसे रह जाता है।

 उनके कहने का अभिप्राय यही था कि गरीब के हिस्से के 1 रुपए में से  85 पैसे बिचौलिए  खा पी लेते है।  डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि यह बिचौलिए या तो कांग्रेसी कार्यकर्ता   और नेता होते थे या उनके साथ गठजोड़ कर चलने वाले भ्रष्ट अधिकारी।  भारतीय जनता पार्टी के शासन में  बिचौलियों को लगभग समाप्त कर दिया गया है।  प्रधानमंत्री अगर  बल्ला,  सालवन या उपलानी के किसी किसान के खाते में  किसान सम्मान निधि के ₹2000 डालने के लिए दिल्ली में बैठकर बटन दबाते हैं उसके खाते में पूरे के पूरे पैसे खटक से पहुंच जाते हैं।  बीते 9 वर्षों में इस विधि से अलग-अलग योजनाओं के 25 लाख करोड़ रुपए सीधे लाभार्थियों के खाते में गए हैं।  कांग्रेस का राज होता तो इनमें से 85% लूट लिए जाते।

 डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस के राज में करीब सवा 48 करोड़ गरीब लोग ऐसे थे जिन्होंने कभी बैंक में घुसकर नहीं देखा था।  आज इन सबके जनधन खाते हैं और उन्हें मिलने वाले लाभ इन्हीं खातों के माध्यम से प्राप्त हो रहे हैं।  पूरे देश में करीब   37 करोड़  भारतीय आयुष्मान भारत योजना दायरे में आकर हर साल ₹500000 तक की निशुल्क उपचार सुविधा का लाभ ले रहे हैं।  इन्हें अस्पताल में इलाज के लिए जाते समय एक पैसा भी अपने साथ ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती।

 
लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम  से बिना देरी  और बिना चोरी-चकारी सीधा लाभ पहुंचाने के मामले में हरियाणा सरकार भी किसी मायने में पीछे नहीं है।   डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आज ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मार्च-अप्रैल में भी मौसमी बारिश से खराब हुई फसल का 181 करोड़ों रुपए का मुआवजा एक बटन दबाकर सीधे किसानों के खाते में पहुंचा दिया।  उन्होंने बताया कि  फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल के जरिए किसानों ने 1658000 एकड़ फसल  की खराबी का पंजीकरण कराया था। आज 67758 किसानों के खाते में पूरी राशि पहुंच गई।

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