पडरौना नगर में जिला अस्पताल निर्माण को लगा पंख, नगर का होगा कायाकल्प
व्यापार को मिलेगा बढ़ावा, स्थापित होंगे रोजगार
अब मरीजों को होगी सहूलियत, कम होगी तीमारदारों की भागदौड़
राघवेंद्र मल्ल, कुशीनगर (स्वतंत्र प्रभात)। जिला अस्पताल रविंद्र नगर धुस पडरौना को अन्यत्र स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जमीन की तलाश की कवायद तेज हो गई है। बीते दस दिनों से जारी प्रयास के सकारात्मक परिणाम अब दिखने लगे हैं। इस कड़ी में जिला प्रशासन द्वारा जनपद में सात संभावित स्थलों का मौका मुआयना किया जा चुका है। प्रयासों को विराम तब मिलता दिखा जब नगर में संचालित महिला अस्पताल व नेत्र चिकित्सालय की भूमि नए जिला अस्पताल के मानक के अनुरूप मिली।
रंग लायी विधायक मनीष की पहल
पडरौना के विधायक मनीष जायसवाल उर्फ मंटू ने बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर बताया था कि कुशीनगर का जिला अस्पताल मौजूदा समय में मेडिकल कॉलेज में उच्चीकृत हो चुका है। ऐसे में 40 लाख की आबादी के लिए अन्यत्र जिला अस्पताल बनाया जाना जनहित में आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने विधायक की इस पहल का संज्ञान लिया। शासन ने डीएम को इस आशय का पत्र भेज जिला अस्पताल के लिए पांच एकड़ जमीन की तलाश करने के लिए निर्देशित किया। । इस निर्देश के बाद राजस्व विभाग की टीम जुट गई। दस दिनों की माथापच्ची के बाद नगर में संचालित अस्पताल की भूमि पर इस योजना के उतरने की आस जग गई है।
सराहनीय रहा इनका योगदान
नए जिला अस्पताल की भूमि तलाश में एसडीएम सदर महात्मा सिंह के नेतृत्व में राजस्व टीम ने पडरौना ब्लॉक के लक्ष्मीपुर, घोरघटिया, जंगल विशुनपुरा, भुजौली शुक्ल, ढोरही कृषि फार्म व पडरौना के पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय समेत कुल सात जगहों पर जमीन का स्थलीय निरीक्षण किया था। मंगलवार को डीएम रमेश रंजन ने भी सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया समेत अन्य अफसरों के साथ इन सभी जगहों का निरीक्षण किया।
बुधवार को डीएम के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक योगेंद्र गुप्ता की नेतृत्व में राजस्व टीम ने पडरौना के पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय, राजकीय महिला अस्पताल के जमीन की पैमाइश भी की। यहां दोनों अस्पतालों को मिलाकर साढ़े चार एकड़ जमीन मिल गई।
जबकि ठीक बगल पूरब में स्थित जिला आबकारी विभाग के कार्यालय परिसर की भूमि की पैमाइश की गई, जिसे मिलाकर छह एकड़ से अधिक जमीन निकली है, जो जिला अस्पताल बनाने के लिए मानक के लिए पर्याप्त है। राजस्व निरीक्षक योगेंद्र गुप्ता ने बताया कि जमीनों की पैमाइश की गई है। छह एकड़ से अधिक की भूमि पैमाइश में निकली है। इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सुपुर्द कर दिया गया है।

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