स्वतंत्र प्रभात।
दया शंकर त्रिपाठी की रिपोर्ट।
सी०ई०एल० संस्थान के निजीकरण के विरोध में चल रहेसंयुक्त कर्मचारी संगठन के धरने का आज 26 वाँ दिन था। संस्थान के मुख्य द्वार पर सायं 05:10 बजे गेट मीटिंग का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता अखिल भारतीय सीटू के महासचिव का० तपन सेन ने केन्द्र सरकार की मजदूर विरोधी, किसान विरोधी एवं देश विरोधी नीतियों के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। जिसमें राष्टीय सम्पत्तियों को बेचना एवं सुरक्षा से सम्बन्धित उत्पाद बनाने वाली कम्पनी सी०ई०एल० को सरकार द्वारा गलत नीतियों के चलते पूंजीपतियों के हाथों में किस तरह सौंपा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से सी०ई०एल० बहुत ही महत्वपूर्ण संस्थान है जिसमें फेज कन्ट्रोल मॉडयूल, सीकर मिसाइल रोडोम एवं रेलवे से सम्बन्धित जैसे कई अन्य उत्पाद बनाती है।
इसके अलावा बुलेट प्रूफ जैकेट, पीजो सब्सट्रेट (बन्दूकों और तोपखाने के लिए), लेजर फेन्सिंग सिस्टम,दृष्टि सिस्टम (एयरपोर्ट पर लैन्डिंग के लिए), दिव्य नयन (दिव्यांगों के लिए उपकरण), टी०आर० माड़यूल (अगली पीढ़ी के रडार के लिए) एवं रिमोट वोटिंग मशीन (RVM) जैसे उत्पादों को बनाकर देश का बहुत सारा आयात शुल्क बचाती है एवं सरकारी कोष को करोडों रुपये सालाना देती है। जिसे नकार कर देश कि सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है। सी०ई०एल० ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कई रणनीतिक स्वदेशी उत्पाद विकसित करके कई मील के पत्थर हासिल किया है। उसकी विस्तृत चर्चा की।
आज के धरने पर हरि किशन भारती , इमरान मिर्जा और दिव्य निशान्त बैठे हैं।