
सिंचाई विभाग द्वारा पुल तोड़े जाने से रास्ता बंद
दो पहिया वाहन चालक गिरते-पड़ते निकल पाने में सफल हो रहें हैं
जमालपुर, मिर्ज़ापुर। ब्लाक मुख्यालय जमालपुर को जिला-मीरजापुर से जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग रानीबाग से जमालपुर के बीच पड़ने वाले नहर के पुल को सिंचाई विभाग द्वारा बिना अस्थायी पुल का निर्माण किए ही तोड़ दिया गया।जिस कारण से चार पहिया वाहनों या उससे बड़ी गाड़ियों का आवागमन एक सप्ताह से पूर्णतया बंद है।तोड़े गए पुल के बगल से नहर में थोड़ा बहुत मिट्टी डालकर किसी तरह से दो पहिया वाहन चालक गिरते-पड़ते निकल पाने में सफल हो रहें हैं।
प्रमुख मार्गों में पड़ने वाले पुलों के निर्माण के इतिहास में पहली बार देखने के लिए मिल रहा है कि बिना अस्थायी पुल का निर्माण किए ही पुल को तोड़ कर मार्ग को बंद कर दिया गया हो।जमालपुर के आस पास के दस- बीस गांवों के लोगों को नारायनपुर आदि जगह जाने के लिए पांच से दस किलोमीटर का चक्कर लगा कर आना-जाना पड़ रहा है तथा बगल में ही स्टेट हाइवे पर टोल नाका भी है,जिस पर लोगों को टोल टैक्स भी देना पड़ रहा है।जिस तरह से सिंचाई विभाग द्वारा बिना अस्थायी पुल का निर्माण किए ही पुराने पुल को तोड़ कर सड़क बंद कर चार पहिया वाहन स्वामियों को टोल टैक्स देने के लिए मजबूर किया गया है,
कुछ ना कुछ सिंचाई विभाग व टोल नाका वालों के बीच मिली भगत जैसा प्रतीत हो रहा है। अन्न दाता मंच के संयोजक चौधरी रमेश सिंह ने कहा कि टोल नाका वालों को लाभ पहुंचाने हेतु जान-बूझकर आवागमन की बिना कोई वैकल्पिक व्यवस्था बनाए ही पुराना पुल तोड़कर रास्ता बंद कर दिया गया जो सरासर इस क्षेत्र के लोगों के साथ अन्याय है।फौरन ही अस्थायी पुल बना कर रास्ते को प्रारंभ किये जाने की जरूरत है। यदि एक सप्ताह के अंदर इस मार्ग का आवागमन सही नहीं किया गया तो मजबूरन अन्न दाता मंच जमालपुर मीरजापुर उ०प्र० को सड़क पर उतरना पड़ सकता है, जिसकी सारी जिम्मेदारी संबंधित विभाग की होगी।
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