Haryana: हरियाणा के इस जिले में बिछाई जाएगी नई रेल लाइन, ये शहर होंगे कनेक्ट

Haryana: हरियाणा के इस जिले में बिछाई जाएगी नई रेल लाइन, ये शहर होंगे कनेक्ट

Haryana New Railway Line: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से करीब 80 किलोमीटर दूर स्थित हरियाणा का नूंह जिला अब रेलवे नेटवर्क से जुड़ने जा रहा हैकेंद्र सरकार ने नूंह क्षेत्र की लगभग 50 साल पुरानी मांग को स्वीकार कर लिया है। दिल्ली से सोहनानूंहफिरोजपुर झिरकाअलवर तक नई रेल लाइन बिछाने की मंजूरी दे दी गई हैइस परियोजना के लिए 2,500 करोड़ रुपये की राशि रेलवे को जारी कर दी गई है

104 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन, सात स्टेशन बनेंगे

नई रेल लाइन की लंबाई 104 किलोमीटर होगी और इसके तहत सात नए रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगेयह परियोजना हरियाणा और राजस्थान, दोनों राज्यों के विकास में अहम भूमिका निभाएगी। रेल मंत्रालय के अनुसार, इस लाइन के निर्माण का काम अगले तीन वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा।

केंद्र प्रायोजित 50 शैया प्री-फेब्रिकेटेड अस्पताल व 38 पीसीसी सड़कों का हुआ भव्य उद्घाटन Read More केंद्र प्रायोजित 50 शैया प्री-फेब्रिकेटेड अस्पताल व 38 पीसीसी सड़कों का हुआ भव्य उद्घाटन

मेवात क्षेत्र को मिलेगा विकास का नया आयाम

New Expressway: हरियाणा और UP को आपस में जोड़ेगा ये एक्सप्रेसवे, 2300 करोड़ रुपये होंगे खर्च Read More New Expressway: हरियाणा और UP को आपस में जोड़ेगा ये एक्सप्रेसवे, 2300 करोड़ रुपये होंगे खर्च

नूंह, जिसे पहले मेवात के नाम से जाना जाता था, वर्ष 2005 में गुरुग्राम से अलग होकर जिला बना। यह जिला अब तक रेल नेटवर्क से नहीं जुड़ा था, जिससे यहां के लोगों को रोजगार और आवाजाही में कठिनाई होती थी।

लोकपाल ने रायभान खेड़ा में अन्नपूर्णा भवन का किया स्थलीय निरीक्षण, मनरेगा कार्यों की हुई विस्तृत समीक्षा Read More लोकपाल ने रायभान खेड़ा में अन्नपूर्णा भवन का किया स्थलीय निरीक्षण, मनरेगा कार्यों की हुई विस्तृत समीक्षा

अब नई रेल लाइन के निर्माण से इस क्षेत्र के लोगों को न केवल यात्रा में सुविधा मिलेगी, बल्कि स्थानीय उद्योग, व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

यह परियोजना प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत शुरू की गई है, जिसमें देश के 115 अति पिछड़े जिलों को विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है। नूंह भी इन्हीं जिलों में शामिल है।

1971 में पहली बार उठी थी रेल लाइन की मांग

इस रेल परियोजना की मांग पहली बार 1971 में गुड़गांव के तत्कालीन सांसद चौधरी तैयब हुसैन ने संसद में रखी थी। तब से लेकर अब तक यह मांग कई बार दोहराई गई। हाल ही में भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद धर्मबीर सिंह और गुरुग्राम के सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भी इस परियोजना को लेकर जोर दिया था। केंद्र सरकार ने पिछले बजट में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।

दिल्ली से अलवर तक होगा नया रेल कनेक्शन

नई रेल लाइन के जरिए दिल्ली से अलवर को सोहना, नूंह और फिरोजपुर झिरका के रास्ते जोड़ा जाएगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद मेवात क्षेत्र का सीधा रेल संपर्क दिल्ली से स्थापित होगा। रेल मंत्रालय के अनुसार, यह परियोजना 2028 तक पूरी हो सकती है।

About The Author

स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel