Gorakhpur-Siliguri Expressway: यूपी से पश्चिम बंगाल तक अब और तेज होगा सफर, 37500 करोड़ की लागत से बनेगा नया सिक्स लेन एक्सप्रेसवे
Gorakhpur-Siliguri Expressway: गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे परियोजना के मार्ग में बड़ा बदलाव किया गया है। अब यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से सीधे कुशीनगर होकर सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल) तक जाएगा। नए एलाइनमेंट में देवरिया जिले को पूरी तरह बाहर कर दिया गया है। इस परिवर्तन के बाद परियोजना की दिशा और लाभ दोनों में बड़ा असर देखने को मिलेगा।
पुराने प्रस्ताव की स्थिति
पहले की योजना के अनुसार, यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर के रिंग रोड के कनेक्टिंग प्वाइंट जगदीशपुर से शुरू होकर देवरिया जिले के 23 गांवों से गुजरता हुआ कुशीनगर के तमकुहीराज तहसील के रास्ते बिहार के गोपालगंज जिले में प्रवेश करने वाला था। इस रूट को पहले ही स्वीकृति मिल चुकी थी और भूमि अधिग्रहण की तैयारी भी शुरू हो गई थी।
नए एलाइनमेंट की लंबाई और रूट
Read More New Expressway: दिल्ली से देहरादून का सफर 2.5 घंटे में होगा पूरा, ये एक्सप्रेसवे बनकर हुआ तैयार नए प्रस्तावित एलाइनमेंट के मुताबिक, गोरखपुर से कुशीनगर तक एक्सप्रेसवे की लंबाई लगभग 86.5 किलोमीटर होगी। यह नया रूट अधिक सीधा और तेज़ यात्रा के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे वाहनों को कम मोड़ और अवरोध मिलेंगे। इससे यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद है।
देवरिया को नुकसान
रूट परिवर्तन के बाद देवरिया जिले के 23 गांव इस परियोजना से बाहर हो गए हैं। इनमें बेलवा पांडेय, बंसहिया, चैनपुर, भिस्वा, महुअवा बजराटार, बालकुंआ, मड़पा, शाहजहांपुर और देसही देवरिया जैसे गांव शामिल हैं। इससे इन क्षेत्रों में विकास और रोजगार के अवसरों पर असर पड़ने की संभावना है।
कुशीनगर को बड़ा लाभ
कुशीनगर जिले को इस बदलाव से बड़ा फायदा मिलेगा। यह जिला बौद्ध पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जहां हर साल हजारों विदेशी पर्यटक आते हैं। एक्सप्रेसवे के गुजरने से यहां पर्यटन, होटल और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार और आर्थिक विकास के नए रास्ते खुलेंगे।
परियोजना की विशेषताएं
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे करीब 550 किलोमीटर लंबा सिक्स-लेन हाईवे होगा। इसकी खासियत यह है कि इसमें कोई बड़ा मोड़ नहीं होगा, जिससे वाहनों की गति लगातार बनी रहेगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 37,500 करोड़ रुपये है। इसके बनने से पूर्वी भारत के राज्यों के बीच औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियों को नई गति मिलेगी।
एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार, वर्ष 2022 में देवरिया रूट का प्रारंभिक सर्वे पूरा हो गया था, लेकिन तकनीकी और भूगोलिक कारणों से रूट बदलना पड़ा। अब नया रूट गोरखपुर से कुशीनगर होकर सिलीगुड़ी तक जाएगा।
परियोजना निदेशक ललित प्रताप पाल ने बताया कि नया एलाइनमेंट अधिक व्यावहारिक, सुरक्षित और लागत के दृष्टिकोण से लाभदायक है। इससे न केवल यात्रा सुगम होगी बल्कि परियोजना समय पर पूरी करने में भी सुविधा होगी।

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