IAS Success Story: गांव की बेटी रेखा सियाक बनीं IAS अफसर, सोशल मीडिया से दूरी बनी सफलता की चाबी

IAS Success Story: गांव की बेटी रेखा सियाक बनीं IAS अफसर, सोशल मीडिया से दूरी बनी सफलता की चाबी

IAS Success Story: अगर आप भी यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं और सोचते हैं कि बिना कोचिंग के परीक्षा पास करना मुश्किल है, तो आपको IAS रेखा सियाक की कहानी जरूर पढ़नी चाहिए। राजस्थान के सीकर जिले की रहने वाली रेखा सियाक ने यह साबित कर दिया कि अगर मेहनत और लगन सच्ची हो, तो सीमित संसाधन भी सफलता के रास्ते में रुकावट नहीं बनते। उन्होंने बिना किसी कोचिंग संस्थान की मदद लिए, सिर्फ घर पर रहकर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की और आईएएस अधिकारी बनीं।

कौन हैं रेखा सियाक?

रेखा सियाक का जन्म राजस्थान के सीकर जिले के घाणा (लक्ष्मणगढ़) गांव में हुआ। उनके पिता एलआईसी एजेंट हैं और मां गृहिणी हैं। तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी रेखा बचपन से ही पढ़ाई में बेहद होशियार रही हैं। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई प्रिंस स्कूल, सीकर से की और हर कक्षा में अव्वल रहीं।

बीटेक करने के बाद नौकरी छोड़ी

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स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद रेखा ने जेईई परीक्षा पास की और मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MNIT), जयपुर में बीटेक में दाखिला लिया। बीटेक की डिग्री पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ समय एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी की। लेकिन मन हमेशा सिविल सर्विस की ओर खींचता रहा। नौकरी के कुछ महीनों बाद उन्होंने फैसला किया कि अब अपने सपने को पूरा करने का समय आ गया है — और उन्होंने नौकरी छोड़ दी।

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घर पर रहकर की यूपीएससी की तैयारी

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रेखा ने यूपीएससी की तैयारी पूरी तरह घर पर रहकर ऑनलाइन माध्यम से की। उन्होंने न किसी बड़ी कोचिंग का सहारा लिया, न किसी गाइड का। वह बताती हैं कि उन्होंने खुद को दो साल तक पूरी तरह कमरे में बंद रखकर पढ़ाई की। ऑनलाइन लेक्चर, यूट्यूब और स्टडी मटेरियल की मदद से उन्होंने यूपीएससी सिलेबस को गहराई से समझा।

पहले ही प्रयास में मिली सफलता

कड़ी मेहनत और आत्मअनुशासन के दम पर रेखा ने यूपीएससी परीक्षा में पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली। उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 176 प्राप्त की और आईएएस सेवा के लिए चुनी गईं। यह उपलब्धि इसलिए भी खास रही क्योंकि उन्होंने बिना किसी बाहरी मदद या कोचिंग के यह मुकाम हासिल किया।

सोशल मीडिया से बनाई दूरी

रेखा सियाक बताती हैं कि उन्होंने तैयारी के दौरान पूरी तरह सोशल मीडिया और बाहरी दुनिया से दूरी बना ली थी। उनका मानना है कि यूपीएससी जैसी परीक्षा के लिए सबसे जरूरी है फोकस और डिसिप्लिन। distractions से दूर रहना ही सफलता की कुंजी है।

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