"भ्रष्टाचार पर कार्रवाई ठप, डीसीएलआर की व्यस्तता बनी बहाना"

डीसीएलआर की निष्क्रियता से जनता में आक्रोश, कार्रवाई का इंतजार अब भी जारी

सुपौल (संवाददाता):

त्रिवेणीगंज अंचलाधिकारी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। बीते पंद्रह दिनों से अंचलाधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़ी खबरें प्रमुख समाचार पत्रों में लगातार प्रकाशित हो रही हैं। छात्र नेता राजद द्वारा दिए गए धरने के बाद जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी (डीसीएलआर) को जांच कर त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया था, लेकिन अब तक कोई प्रगति नहीं हो सकी है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि डीसीएलआर साहब कभी कोर्ट की कार्यवाही में तो कभी मीटिंग में व्यस्त होने का हवाला देकर कार्रवाई को टालते आ रहे हैं। अब सात दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक न कोई जांच शुरू हुई है और न ही किसी स्तर पर जवाबदेही तय की गई है।

प्रशासन की इस लापरवाही से आम जनता में गहरा आक्रोश है। लोग आरोप लगा रहे हैं कि अंचल कार्यालय में बिना घूस के कोई भी काम नहीं हो रहा है। यहाँ तक कि सामान्य भूमि संबंधित कार्यों के लिए भी लोगों को मोटी रकम चुकानी पड़ रही है।

पत्रकारों द्वारा जब डीसीएलआर से जिलाधिकारी के निर्देश पर कार्रवाई को लेकर सवाल पूछे गए, तो उन्होंने मीटिंग और कोर्ट की व्यस्तता का हवाला देकर फोन काट दिया। कई बार तो उन्होंने फोन उठाना भी जरूरी नहीं समझा।

अब जनता की निगाहें जिलाधिकारी पर टिकी हैं कि वह इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेंगे या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दब जाएगा।

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