जांचक बाद निवास प्रमाण पत्र निरस्त करने की संस्तुति
एसडीएम ने मुख्य विकास अधिकारी को भेजी रिपोर्ट
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शाहजहांपुर/जनपद के तहसील सदर क्षेत्र के आमखेड़ा सैंजना गांव में आंगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया के दौरान अविवाहित का ससुराल आमखेड़ा में दिखाकर निवास प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में सूत्रों द्वारा बड़ी खबर सामने आई है जहां बुधवार को तहसीलदार सदर ने जांच करने के बाद जारी निवास प्रमाण पत्र निरस्त करने की संस्तुति की है जिसके सहारे कांट ब्लॉक के सिसोरी निवासी पूजा पुत्री महेंद्र ने शादी से पूर्व ही कूट रचित दस्तावेजों से अपना निवास प्रमाण पत्र जारी कर लिया था और एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक में आंगनवाड़ी पद के लिए आवेदन कर दिया था मामला जब शिकायत के बाद सामने आया है तो जांच के बाद तहसीलदार सदर आशीष सक्सेना द्वारा निवास प्रमाण पत्र निरस्त करने की संस्तुति की गई है।
पूरा मामला मदनापुर ब्लॉक क्षेत्र के आमखेड़ा सैंजना गांव का है जहां ब्लॉक कांट क्षेत्र के सिसोरी निवासी पूजा पुत्री महेंद्र ने मदनापुर ब्लॉक क्षेत्र के आमखेड़ा गांव में आंगनवाड़ी पद के लिए आवेदन किया था आवेदन की अंतिम तिथि 6 अप्रैल 2024 थी जिसको लेकर गांव के ही गुड्डू ने जिला अधिकारी शाहजहांपुर से लिखित में शिकायत कर आरोप लगाया था कि पूजा ने कूट रचित दस्तावेजों के सहारे अपना निवास प्रमाण पत्र बनवाया है और पूजा की शादी आवेदन की अंतिम तिथि 6 अप्रैल 2024 के बाद 18 अप्रैल 2024 को हुई है शिकायत के बाद जिला अधिकारी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए मामले की जांच मुख्य विकास अधिकारी को सौंपी थी जिसे जांच हेतु जिला कृषि अधिकारी शाहजहांपुर को सौपा गया था जिसमें मंगलवार को शिकायतकर्ता के बयान दर्ज हुए थे और बुधवार को तहसीलदार सदर गांव जांच करने पहुंचे थे ।

मोबाइल में मिले शादी के साक्ष्य
सूत्रों की माने तो नायब तहसीलदार को जब कूट रचित दस्तावेजों के सहारे निवास प्रमाण पत्र बनवाने वाली पूजा और उनका परिवार कोई शादी के साथ नहीं दिखा सका तो उनके ही परिवार के एक लड़के का मोबाइल लेने के बाद तहसीलदार ने शादी के पुख्ता सबूत के सहारे निवास प्रमाण पत्र निरस्त करने का फैसला लिया है सूत्रों की माने तो मोबाइल में तिलक के साथ-साथ शादी के फोटो वीडियो भी प्राप्त हुए हैं जो 12 अप्रैल 2024 को तिलक और 18 अप्रैल 2024 तक की शादी को प्रमाणित करते हैं जबकि पूजा देवी का शादी के एक महीने पूर्व 19 मार्च को ही तहसील सदर द्वारा निवास प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया था।
किस पर होगी कार्रवाई कौन है दोषी ?
पूरे प्रकरण में तहसीलदार सदर की जांच के बाद यह तो स्पष्ट हो गया है कि आवेदिका पूजा ने कूट रचित दस्तावेजों के सहारे आंगनबाड़ी की नौकरी पाने के लिए निवास प्रमाण पत्र जारी कर लिया था , सवाल उठता है क्या लेखपाल से लेकर जिम्मेदार अधिकारी भी आंखें मूंदकर ऐसे संवेदनशील निवास प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज के लिए रिपोर्ट लगा देते हैं क्या इस मामले में कूट रचित दस्तावेजों के सहारे निवास प्रमाण पत्र बनवाने वाले पर कार्रवाई होगी, या किसी कर्मचारी पर गाज गिरेगी या फिर इसे मामूली सी चूक मानकर मामला रफा-दफा कर दिया जाएगा यह देखने वाली बात होगी फिलहाल इस संबंध में तहसीलदार सदर और एसडीएम सदर से अधिक जानकारी चाहिए गई तो उनका फोन नहीं उठा।
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