प्रशासन कुछ इस तरह मेहरबान होते है कि पहले आँखे छीन लेते है फिर चश्मे दान देते है

प्रशासन कुछ इस तरह मेहरबान होते है कि पहले आँखे छीन लेते है  फिर चश्मे दान देते है

स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो उन्नाव।

उन्नाव अन्नदाता पर पराली जलाने को रोकने के लिए पूरा प्रशासनिक अमला ताबड़तोड़ कार्यवाही के लिए कमर कसे है वही दूसरी तरफ जहरीला धुंआ फेक रही चिमनियो पर नजरे इनायत तक नही ज्यादा कुछ करने पर केवल नोटिस की बात कर इतिश्री कर ली जाती है। क्या अन्नदाता और पूंजीपतियों के लिए अलग अलग कानून है। या फिर हो सकता है

कि जहरीला धुंवा फेक रही चिमनियो से पर्यावरण को कोई नुकसान नही होता होगा आधुनिक टेक्नोलॉजी के इस युग मे शायद जहरीला धुंआ लोगो के लिए। फायदेमंद हो और पेड़ पौधों का धुआं लोगों के लिये हानिकारक हो यह तो पर्यावरण विशेषज्ञ ही बता सकते है। पैसे की पहचान यहा इंसान की कीमत कोई नही बच के निकल जा इस बस्ती से यहा करता मोहब्बत कोई नही है।

स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

ब्रजेश कुमार चौथी बार इफको एम्पलाइज यूनियन कार्यकारिणी के अध्यक्ष चुने गए। ब्रजेश कुमार चौथी बार इफको एम्पलाइज यूनियन कार्यकारिणी के अध्यक्ष चुने गए।
स्वतन्त्र प्रभात ब्यूरो। प्रयागराज।    FMDI, गुड़गांव में इफको एम्पलाइज यूनियन की केन्द्रीय कार्यकारिणी का चुनाव संपन्न हुआ जिसमें चौथी बार...

अंतर्राष्ट्रीय

किसी व्यक्ति को डराना आईपीसी की धारा 387 के तहत अपराध है- सुप्रीम कोर्ट किसी व्यक्ति को डराना आईपीसी की धारा 387 के तहत अपराध है- सुप्रीम कोर्ट
स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो। प्रयागराज।   सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 387 एक दंडात्मक प्रावधान है, इसलिए...

Online Channel