
एक अदद घर न होने पर भाई के घर रहने को मजबूर है शहीद की पत्नी
सरकार की उदासीनता के चलते 50 वर्षों से उपेक्षित है अमर शहीद की वीर नारी । लाल बहादुर शास्त्री समाज सेवा समिति ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख दी जानकारी । सुल्तानपुर :- सन 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में अदम शौर्य और साहस दिखाने वाले वीर चक्र विजेता सुल्तानपुर जिले के विकास खंड दूबेपुर अंतर्गत
सरकार की उदासीनता के चलते 50 वर्षों से उपेक्षित है अमर शहीद की वीर नारी ।

लाल बहादुर शास्त्री समाज सेवा समिति ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख दी जानकारी ।
सुल्तानपुर :-
सन 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में अदम शौर्य और साहस दिखाने वाले वीर चक्र विजेता सुल्तानपुर जिले के विकास खंड दूबेपुर अंतर्गत ग्रामसभा भाएँ (कठार) निवासी अमर शहीद रज्जब अली की विधवा (वीर नारी) सरकार द्वारा उपेक्षित होने से अपने मायके में भाई के घर रहने को मजबूर हैं। जिनकी जानकारी मिलने के बाद लाल बहादुर सेवा समिति के सचिव डॉ लक्ष्मण गांधी उनसे मिल कर उनकी मदद हेतु मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी।
भारत-पाक युद्ध के दौरान भारत की तरफ से देश की पश्चिमी सीमा पर अपनी बटालियन का नेतृत्व करते हुए नायब सूबेदार अमर शहीद रज्जब अली ने दुश्मनों की पोस्ट पर कब्जा कर लिया। युद्ध के दौरान ही शहीद रज्जब अली बुरी तरह जख्मी हो गए। जिसके बावजूद भी अपनी बटालियन राजपूताना राइफल का नेतृत्व करते रहे और युद्ध के दौरान ही वह 8 दिसंबर 1971 को वीरगति को प्राप्त हुए। जिनके अदम्य साहस और देश के प्रति निष्ठा के लिए भारत सरकार ने मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया।
वीरगति प्राप्त होने के उपरांत शहीद रज्जब अली की पत्नी जिन्नतुल बेगम अपने मूल निवास पर, आवास ना होने की वजह से अपने मायके में अपना जीवन यापन करने लगी। शहीद की पत्नी को ना तो भारत सरकार और ना ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वीर चक्र प्राप्त शहीद के सम्मान में कोई आवास का निर्माण कराया गया, और न ही कृषि योग्य भूमि उपलब्ध कराई है । जमीन न होने की वजह से जीवन यापन करना मुश्किल हो गया । अतएव मायके में रह कर अपना जीवन यापन करने लगी।
जिसकी जानकारी मिलने के तुरंत बाद लाल बहादुर शास्त्री समाज सेवा समिति के सचिव डॉ लक्ष्मण गांधी ने उनसे मिलकर उनका हालचाल जाना और तुरंत पत्र लिखकर मुख्यमंत्री को जानकारी दी साथ ही जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी तथा जिलाधिकारी को भी पत्र के माध्यम से जानकारी दी।
उन्होंने पत्र के माध्यम से शहीद रज्जब अली के सम्मान में उनके ग्राम सभा भाएँ ( कठार) में आवास जीवन यापन हेतु कृषि योग्य 1 हेक्टेयर भूमि ग्राम सभा में स्मारक तथा शहीद रजब अली के नाम से प्रवेश द्वार का निर्माण कराने की मांग की।

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