बुखार पर काबू नहीं, जलभराव और गंदगी ने बढ़ाई मुसीबत, नगर पालिका है मौन
बुखार पर काबू नहीं, जलभराव और गंदगी ने बढ़ाई मुसीबत, नगर पालिका है मौन
स्वतंत्र प्रभात
उन्नाव। जिले में बुखार के मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है। डेंगू के मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। इस बीच हुई बारिश ने स्वास्थ्य विभाग की चिता और बढ़ा दी है। डाक्टरों का मानना है बारिश के बाद संक्रामक रोग एक बार फिर बढ़ेंगे। अगर समय रहते सफाई और जलभराव की समस्या का समाधान न किया गया तो संक्रामक रोगों का कहर आम लोगों के सामने मुसीबत खड़ी कर देगा।
फिलहाल शहर में न तो सफाई का माकूल बंदोबस्त है और न जलभराव की समस्या का समाधान। शहरवासी संक्रामक रोगों की गिरफ्त में हैं और पालिका प्रशासन बेखबर बना है। शहर की सफाई और जलभराव का निस्तारण करने के कागजी दावों की पोल खुलकर सामने आ रही है। शहर की सबसे पाश कालोनी पीडीनगर व निरालानगर भी गंदगी के शिकंजे में कराह रही है। जगह-जगह जलभराव और गंदगी है।
यही नहीं जिस मार्ग से लोग सुबह स्वच्छ हवा के लिए वाक पर निकलते हैं उस पर कूड़ा कचरा जमा है। जिससे मार्निंगवाक करने वाले भी वायरल बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। पीडीनगर व निरालानगर के निवासियों में नीरज निगम, अखिलेश त्रिपाठी, महेंद्र सिंह आदि ने बताया कि ने बताया कि जहां कूड़ा जमा रहता है उसके निकट ही बच्चों का एक स्कूल भी है। कई बार शिकायत के बाद भी सफाई नहीं कराई गई।
चेताने के बाद भी पालिका मौन शहर के सिविल लाइंस में लोनिवि और एबीनगर में डीएसएन कालेज के पीछे एक स्कूल के सामने मुख्य सड़क पर जमा कूड़ा भी नहीं हटवाया गया।जलभराव से बढ़ेगी मच्छर जनित बीमारी वरिष्ठ फिजीशियन डा. जेपी बाजपेई ने बताया कि वायरल बीमारियां बढ़ने के तीन प्रमुख कारण जलभराव, गंदगी और दूषित पेयजल है। उन्होंने बताया कि बारिश के पानी से कुएं और हैंडपंप का पानी प्रदूषित हो जाता है
इससे टाइफाइड व डायरिया की बीमारी बढ़ती है। जलभराव के कारण मच्छर बढ़ते हैं जिससे मच्छर जनित बीमारियां मलेरिया आदि बढ़ती है। इससे बारिश के बाद संक्रामक रोग बढ़ते हैं।
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