कहीं ज्यादा, कहीं कम किसान की किस्मत पर पडे ओले
-नौहझील क्षेत्र में सुबह के समय गिरे ओले, मथुरा शहर और आसपास दोपहर में आई बौझार मथुरा। कान्हा की नगरी में कहीं कम तो कहीं ज्यादा गुरूवार को किसान की किस्मत पर ओले बरसे। नौहझील क्षेत्र में सुबह के समय ओले गिरे जबकि मथुरा शहर और आसपास के क्षेत्रों में दोपहर को बौझार आई। इस
-नौहझील क्षेत्र में सुबह के समय गिरे ओले, मथुरा शहर और आसपास दोपहर में आई बौझार
मथुरा। कान्हा की नगरी में कहीं कम तो कहीं ज्यादा गुरूवार को किसान की किस्मत पर ओले बरसे। नौहझील क्षेत्र में सुबह के समय ओले गिरे जबकि मथुरा शहर और आसपास के क्षेत्रों में दोपहर को बौझार आई। इस बीच बरसात हुई जिससे कुछ फसलों में हानि तो कुछ में लाभ बताया जा रहा है। अब किसानों के सामने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत नुकसान का लाभ लेने की मुश्किल है। खुद सिंचाई बंधु सुधीर रावत भी इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं कि किसानों को इस योजना के तहत समुचित लाभ मिल पाएगा। आलू की फसल में भी नुक्शान हुआ है।
सबसे ज्यादा हानि सरसों की फसल में हुई है। ओलावृष्टि और बरसात के बाद हरी सब्जियों की कीमत में और महंगाई आ सकती है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान केंद्र के मुताबिक अगले दो दिनों में मौसम खराब रहने के आसार हैं। गरज चमक के साथ बूंदाबांदी और बारिश हो सकती है। कुछ क्षेत्रों में ओले पड़ सकते हैं। दिन में एक या दो बार तक बारिश हो सकती है। तूफानी हवाएं भी परेशान कर सकती हैं।
अलर्ट में यह भी कहा गया है कि तूफान के समय घर से न निकलें। लेकिन ऐसा तभी करें जब घर की स्थिति अच्छी हो। जिन लोगों के पास घर नहीं है, वे नगर निगम के शेल्टर होम में रहें। अगर मकान जर्जर है तो सुरक्षित स्थान पर शरण ले लें। टार्च, कुल्हाड़ी, सीटी जैसी वस्तुएं राहत एवं बचाव में उपयोगी साबित हो सकती हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन दिन न केवल तेज हवाओं के साथ बारिश होगी, बल्कि कोहरा भी घना रहेगा।
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