Haryana: हरियाणा में जूनियर IAS और HCS अधिकारियों को मिला ये समान, देखें पूरी जानकारी
चंडीगढ़ - ऐसा पढ़ने और सुनने में भले ही आश्चर्यजनक और रोचक प्रतीत हो परंतु सत्य यही है कि वर्तमान में हरियाणा सरकार की दृष्टि में जूनियर आई.ए.एस. (भारतीय प्रशासनिक सेवा ) और जूनियर एच.सी.एस. –ई.बी. (हरियाणा सिविल सेवा -कार्यकारी शाखा) अधिकारी एक समान ही है.
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट और प्रशासनिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार ने बताया कि वर्तमान में गत तीन महीनों से हरियाणा कैडर के 2023 बैच के सात आई.ए.एस. प्रदेश के सात उपमंडलों में बतौर उप-मंडल अधिकारी (नागरिक) अर्थात एस.सी.ओ. (सिविल) जिसे आम तौर पर एस.डी.एम. (उपमंडलाधीश) कहा जाता है, तैनात हैं. इनमें अंकिता पंवार नूहं में, अनिरुद्ध यादव नारनौल में, अभिनव सिवाच पिहोवा में, आकाश शर्मा टोहाना में, कनिका गोयल महेंद्रगढ़ में, योगेश सैनी चरखी दादरी में और रवि मीणा तोशाम में बतौर एस.डी.एम. तैनात हैं.
ज्ञात रहे कि आई.ए.एस. में सीधी भर्ती से चयनित होकर नियुक्त हुए अधिकारियों को अपने सेवा करियर के आरम्भ में अर्थात जब तक वह जूनियर स्केल में होते हैं, एस.डी.एम. पद पर तैनात किया जाता है एवं बैच वर्ष के चार वर्ष बाद उन्हें सीनियर स्केल प्रदान कर दिया जाता है जिसके बाद वह जिले के अतिरिक्त उपायुक्त (ए.डी.सी.) पद पर तैनाती के योग्य बन जाते है.
वहीं हरियाणा में वर्तमान में 2023 बैच के 7 एचसीएस- (ई.बी.) अधिकारी, अर्थात जो वर्तमान में जूनियर स्केल में हैं चूँकि उन्हें सेवा में आये दो वर्ष ही हुए हैं, वह भी प्रदेश के सात उपमंडलों में एस.डी.एम. के पद पर तैनात हैं जिनमें कुंवर आदित्य विक्रम पुन्हाना में, आशीष सांगवान बाढ़डा, अजय हुड्डा कलायत में, रमन गुप्ता बादली में, विश्वनाथ जगाधरी में, पारस भगोरिया ऐलनाबाद में और प्रमेश सिंह गुहला में बतौर उपमंडलाधीश तैनात हैं.
हेमंत ने हालांकि एक रोचक परन्तु महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि आज से पांच वर्ष पूर्व अक्टूबर, 2020 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्य सचिव विजय वर्धन द्वारा एच.सी.एस. कैडर संख्या निर्धारण आदेश, जो मोजूदा तौर पर भी लागू है क्योंकि आज तक इस सम्बन्ध में ताज़ा आदेश जारी नहीं किया गया है. के अनुसार एस.डी.ओ. (सिविल) अर्थात एस.डी.एम. के पदों को स्पष्ट तौर पर सीनियर स्केल और सिलेक्शन ग्रेड अर्थात 5 वर्ष से 15 वर्ष तक की एच.सी.एस. सेवा वाले अधिकारियों के लिए दर्शाया गया है. इस आधार पर वर्तमान में 2023 बैच के उपरोक्त सात एच.सी.एस. अधिकारी आधिकारिक तौर पर आज से करीब सवा दो वर्ष बाद अर्थात जनवरी, 2028 के बाद ही प्रदेश के विभिन्न उपमंडलों में बतौर एस.डी.एम. तैनात हो सकते हैं जब उनकी एच.सी.एस. में न्यूनतम पांच वर्ष की सेवा पूरी होगी.
हेमंत ने बताया कि हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं कि प्रदेश में आई.ए.एस. और एच.सी.एस.-ईबी अधिकारियों की तैनाती-तबादले करने की शक्ति राज्य सरकार (मुख्यमंत्री ) में निहित होती है एवं ऐसा करना उनका विवेकाधिकार है परन्तु ऐसा करते समय कुछ प्रशासनिक सिद्धांतों की अनुपालना आवश्यक होती है ताकि तैनाती-तबादलों पर किसी प्रकार का कोई प्रश्न चिन्ह उत्पन्न न हो जैसे किसी जूनियर आई.ए.एस. अधिकारी और जूनियर एच.सी.एस. अधिकारियों को एक समान पद पर तैनात न कर दिया जाए.

Comment List