उत्तर प्रदेश की जनता मौत के मुहं में, उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग का महा घोटाला, (AROMA HEALTHCARE, LUCKNOW) पर मेहरबान बड़े अधिकारी, लूट की खुली छूट , भयमुक्त संगठित भ्रष्टाचार
उत्तर प्रदेश की जनता मौत के मुहं में, उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग का महा घोटाला, (AROMA HEALTHCARE, LUCKNOW) पर मेहरबान बड़े अधिकारी, लूट की खुली छूट , भयमुक्त संगठित भ्रष्टाचार
Abhay Agarwal Director POCT Services and Heidelco Medicore With Manoj Kuriyal Husband of Sangeeta Kuriyal PROP AROMA HEALTHCASE LUCKNOW
चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण विभाग उत्तर प्रदेश के अंतरगर्त प्रदेश के सारे मेडिकल कॉलेज आते है और जिनमे जनता के जीवन की रक्षा हेतु सरकार से अरबों रूपये का बजट प्रति वर्ष दिया जाता है जीवन रक्षक उपकरणों की खरीद के लिए, परन्तु भ्र्ष्ट अधिकारीयों और कुख्यात शातिर दलालों की मिलीभगत से वो धन लूट लिया जाता है और जनता की जीवन रक्षक उपकरणों की जगह घटिया जीवन भक्षक उपकरण मेडिकल कॉलेजों में स्थापित कर दिए जाते है,
Compalint against Aroma health care
Manoj Kuriyal Working with POCT Services
यह कुख्यात शातिर दलाल और भ्र्ष्ट अधिकारी इतने लालची है की मासूम नवजात शिशुओं को भी मौत के मुंह में धकेलकर अपनी जेबें भर रहें है, उत्तर प्रदेश चिकित्सा एवं प्रशिक्षण विभाग में लूट का आलम यह है की चिकित्सा शिक्षा विभाग के जवाहर भवन के छठे तल पर स्थित चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशालय में उपकरण क्रय अनुभाग के बाबू और चपरासी तक अरबपति हैं I
Azamgarh Medical collge tender result
वर्ष 2019 में चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण विभाग के अंतरगर्त आने वाले प्रधानाचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज आजमगढ़ के द्वारा जीवन रक्षक उपकरण पल्स ऑक्सीमीटर के लिए निविदा संख्या GMCA/2019/PURCHASE/653 दिनांक 30 जुलाई 2019 को आमंत्रित की गयी थी, जिसमे प्रतिभाग करने वाली कम्पनिया निम्लिखित थी, VIJAY KUMAR ENTERPRISES AMBALA, POCT SERVICES LUCKNOW , AROMA HEALTHCARE LUCKNOW, P.RAVI AND COMPANY AGENCIES, LUCKNOW, RISHI ENTERPRISES LUCKNOW, उपरोक्त निविदा में तकनिकी रूप से चार कंपनियों को पास कर दिया गया, POCT SERVICES LUCKNOW , AROMA HEALTHCARE LUCKNOW, P.RAVI AND COMPANY AGENCIES, LUCKNOW, RISHI ENTERPRISES LUCKNOW,
Dr Saudan Singh (Ex DGME)
चिकित्सा शिक्षा विभाग के भ्र्ष्ट अधिकारीयों और कुख्यात शातिर दलालों द्वारा जीवन रक्षक उपकरणों की निविदाओं में खेल कुछ इस तरह से किया जाता हैं, AROMA HEALTHCARE LUCKNOW द्वारा घटिया चीनी उत्पाद को जीवन रक्षक उपकरण की निविदा में फ़र्ज़ी दस्तावेज लगाकर जर्मनी यूरोप की कंपनी का बढ़िया जीवन रक्षक उपकरण दिखाया जाता हैं,
Dr. K K Gupta (Ex DGME)
चूँकि मेडिकल कॉलेज की क्रय कमिटी और चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय के भ्र्ष्ट अधिकारी और क्रय विभाग के बाबू सब कुख्यात शातिर दलालों से मिलकर उक्त फ़र्ज़ी दस्तावेजों को अनदेखा कर देते हैं और निविदा को पास कर देते हैं और फिर पैसों की बन्दर बाँट करके घटिया चीनी उपकरण स्थापित करके जनता को मौत के मुंह में धकेल दिया जाता हैं, पैसों के लालच में उत्तर प्रदेश का चिकित्सा शिक्षा विभाग के भ्र्ष्ट अधिकारी और क्रय विभाग के बाबू कुख्यात शातिर दलालों से मिलकर शमशान का डोम बन गए हैं जो उत्तर प्रदेश की मासूम जनता को मौत के मुँह में धकेल रहे हैं I
Saurabh Garg (Director- POCT and Heidelco Medicore ) LUCKNOW
वर्षों से सारा खेल इसी प्रकार से चल रहा हैं, AROMA HEALTHCARE LUCKNOW,(PROP. SANGEETA KURIYAL) द्वारा जीवन रक्षक उपकरणों की निविदाओं में बहुत फर्जीवाड़ा किया जाता हैं,
AROMA HEALTHCASE LUCKNOW UTTAR PRADESH FD AND DD
उत्तर प्रदेश चिकित्सा एवं प्रशिक्षण विभाग में वर्षों से जीवन रक्षक उपकरणों की खरीद में खेल चल रहा हैं , अधिकांश निविदाओं में यही तीन कम्पनिया (AROMA HEALTHCARE,LUCKNOW, POCT SERVICES LUCKNOW, P RAVI AND COMPANY AGENCIES,LUCKNOW) प्रतिभाग करती हैं और तकनिकी निविदा में और वित्तीय निविदा में पास हो जाती हैं , कभी क्रय आदेश AROMA HEALTHCARE,LUCKNOW के पक्ष में और कभी क्रय आदेश POCT SERVICES LUCKNOW के पक्ष में जारी कर दिया जाता हैं ,
P RAVI & COMPANY AGENCIES PROPERITER MAHESH KHANDELWAL AND MANOJ KHANDELWAL LUCKNOW
सबसे आश्चर्य जनक बात यह हैं की वर्ष इन दोनों कंपनियों के साथ वर्ष 2008 से जीवन रक्षक उपकरणों की निविदाओं में प्रतिभाग करने वाली कंपनी P RAVI AND COMPANY AGENCIES,LUCKNOW के पक्ष में एक भी क्रय आदेश जारी नहीं हुआ हैं और उसके बाद भी लगातार यह कंपनी इन दोनों कंपनियों के साथ लगातार निविदाओं में प्रतिभाग कर रही हैं I
DGME PURCHASE LIST 2018 KHULI LOOT-1
DGME PURCHASE LIST 2018 KHULI LOOT-2
इसी प्रकार से उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग में वर्ष 2008 से महानिवेशक रहे , DR M. C. SHARMA, डॉ सौदान सिंह के वरदहस्त प्राप्त कुख्यात शातिर दलालों द्वारा लूट का खेल डॉ के के गुप्ता की दोनों कार्यकालों में खूब फला फुला, 50-50 लाख रूपये का एक एक घटिया चीनी RTPCR मशीन (जिसको राजस्थान सरकार द्वारा घटिया क्वालिटी का होने के कारन रिजेक्ट कर दिया गया), 52-52 लाख रूपये की एक एक एनेस्थीसिया मशीन और 10-10 लाख रूपये के एक एक RADIANT WARMER खरीदे गए हैं (जो खुले बाजार में अच्छी क्वालिटी का 30 से 40 हज़ार रूपये में उपलब्ध है),
POCT SERVICES LUCKNOW BLACKLISTED BY MAHARASTRA GOVERNMENT
22 लाख रूपये से लेकर 35 लाख रूपये तक वेंटीलेटर, 35-35 लाख रूपये की एक एक 5 PART CELL COUNTER MACHINE खरीदे गए है, सारी खरीद इसी पैटर्न पर हुयी है, सिर्फ यही तीन कंपनियों ने निविदाओं में प्रतिभाग किया और क्रय आदेश जारी हो गए घटिया जीवन रक्षक उपकरणों की खरीद के लिए, AROMA HEALTHCARE की प्रोप्रिएटर संगीता कुरियाल है और उनके पति मनोज कुरियाल सौरभ गर्ग और अभय अग्रवाल की कंपनी POCT SERVICES में कर्मचारी है, बस इन्ही दोनों कंपनियों को क्रय आदेश जारी होते है P. RAVI AND COMPANY AGENCIES को 2008 से आज तक लाखों निविदाओं में प्रतिभाग करने के बाद भी एक भी क्रय आदेश जारी नहीं हुआ है ,
black list remove
POCT SERVICES महाराष्ट्र सरकार द्वारा 18 सितम्बर 2020 से 20 अक्टूबर 2022 तक ब्लैकलिस्टेड रही है जिसके कारन राजस्थान सरकार द्वारा इसकी निविदाएं निरस्त की गयी और उत्तर प्रदेश सरकार के भ्र्ष्ट अधिकारी पूरी तरह मेहरबान, लूटतंत्र की जय हो
AROMA HEALTHCARE LUCKNOW और P RAVI AND COMPANY AGENCIES की निविदा में लगने वाली प्रतिभूतियां एक ही दिन, एक ही बैंक की एक ही ब्रांच से बनती है , जबकि दोनों कंपनियों के ऑफिस के पते अलग अलग जगह के है परन्तु बैंक वही हुसैनगंज में है जहाँ POCT SERVICES का ऑफिस है l
RAJASTHAN TENDER REJECTED DUE TO BLACK LISTING M/S POCT SERVICES LUCKNOW
AROMA HEALTHCARE LUCKNOW और P RAVI AND COMPANY AGENCIES की निविदा में अति आवश्यक दस्तावेज जीवन रक्षक उपकरण के पिछले सरकारी क्रय आदेश, परफॉरमेंस सर्टिफिकेट और उपकरण के क्वालिटी सर्टिफिकेट में भी बहुत फर्जीवाड़ा रहता है, कूटरचित बनाये जाते है अथवा उक्त अति आवश्यक दस्तावेजों को बिना लगाए ही इनकी निविदाएं पास कर दी जाती है और क्रय आदेश जारी कर दिए जाते है
POCT SERVIES LUCKNOW PATHOLOGY TESTING KITS REJECTED DUE TO POOR QUALITY
डॉ के के गुप्ता के दोनों कार्यकाल में यह संगठित भ्र्ष्टाचार खूब फला फुला, सबसे आश्चर्यजनक यह है की डॉ के के गुप्ता को चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक के पद से अति भ्र्ष्टाचार के कारन तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सरकार ने वर्ष 2015 में पद मुक्त किया था, उत्तर प्रदेश की उपयोगी सरकार ने वर्ष 2017 में वरिष्टता सूचि दरकिनार करके डॉ के के गुप्ता को पुनः महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण बना दिया, यह तब है जब भर्ष्टाचार पर उपयोगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है
भयमुक्त संगठित भर्ष्टाचारी गिरोह होने के कारन चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण विभाग RTI का उत्तर नहीं देता है
यह संगठित गिरोह द्वारा वर्षों से की जा रही लूट चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण विभाग उत्तर प्रदेश और उसके अंतरगर्त आने वाले समस्त मेडिकल कॉलेज के हुए और होने वाले ऑडिट रिपोर्टों को भी कटघरे में खड़ा करती है ,डॉ के के गुप्ता और इस संगठति लूट के गिरोह के बारे में सत्ताधारी दल भाजपा के कई विधायकों ने भी शिकायत की थी
REJECTED PATHOLOGY TESTING KITS OF POCT SERVICES LUCKNOW DUE TO VERY POOR QUALITY
कई व्यक्तियों और संगठनों ने मुख़्यमंत्री, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, लोकायुक्त आदि से बहुत सारे साक्ष्यों के साथ शिकायत की है, परन्तु अभी तक सारे साक्ष्य उपलब्ध होने के बाद भी न तो AROMA HEALTHCARE LUCKNOW, P. RAVI AND COMPANY AGENCIES को ब्लैकलिस्टेड किया गया और न ही इनके प्रोमोटर संगीता कुरियाल, महेश कुमार खंडेलवाल और मनोज कुमार खंडेलवाल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज़ करके जेल भेजा गया है l
AROMA got AOC for running paithlogy in Ambedkarnagar Medical college due to setting tender by dummy Companies POCT SERVICES , LABX, SCIENCE HOUSE BHOPAL AND P RAVI & COMPANY LUCKNOW
शिकायतकर्ताओं ने उपयोगी सरकार के उपमुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री को साक्ष्यों सहित सारे दस्तावेज उपलब्ध कराये थे मगर अफ़सोस यह है की उसके बाद से यह भयमुक्त संगठित गिरोह दस गुनी तेजी से लूट में लग गया , इसे देख कर तो एक शेर याद आ जाता है l
SAURABH GARG WITH DEPUTY CM UTTAR PRADESH
बड़े सवाल उपयोगी सरकार की साख पर!
क्या कभी CAG,ED,CBI, IB, ANTI CORRUPTION DEPARTMENT की नज़र इन संगठित भर्ष्टाचारियों के गिरोह पर पड़ेगी ?
क्या कभी इन भ्र्ष्टाचारियों की संपत्ति जब्त करके इनको जेल भेजा जायेगा ?
क्या इनकी काली कमाई से बनायीं हुयी अवैध सम्पत्तियों पर बुलडोज़र चलेगा ?
क्या इन घटिया उपकरणों द्वारा मारे गए लोगों को इंसाफ मिलेगा ?
क्या उत्तर प्रदेश की जनता इस प्रकार की संगठित लूट के कारण कोरोना काल के ग्रास बनने के लिए अभिशप्त रहेगी ?
क्या इस भयमुक्त संगठित भ्र्ष्टाचारी गिरोह पर कोई बड़ी कार्यवाही कर पायेगी उपयोगी सरकार ?
क्या टेंडर प्रक्रिया को पारदर्शी करके निविदा प्रपत्रों में लगाने वाले दस्तावेजों को सार्वजानिक कर पायेगी उपयोगी सरकार ?
क्या उत्तर प्रदेश की ध्वस्त चिकित्सा सेवाओं में सुधार कर पायेगी उपयोगी सरकार ?
यह सारे सवाल अनुत्तरित है, जनता इनका जवाब चाहती है
भ्र्ष्टाचार के विरुद्ध स्वतंत्र प्रभात की यह जंग जारी रहेगी, अगले अंक में नए खुलासों के साथ भ्र्ष्टाचार पर करेंगे कड़ा प्रहार
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