बाराबंकी।
जिला चिकित्सालय पुरुष बाराबंकी में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ बृजेश कुमार के निर्देशन में नाक कान एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ सायमा अजीम ने सफलतापूर्वक मरीज मुन्नी पत्नी नफीस अहमद उम्र 38 वर्ष निवासी गॉंव रामपुर कटरा, सफदरजंग, का दूरबीन विधि के द्वारा कान का ऑपरेशन किया है l
आपरेशन के बाद मरीज ने सुनना शुरू कर दिया है । इस विधि में कोई चीरा भी नहीं लगता और मरीज उसी दिन घर भी वापस जा सकता है। ये कान के परदे के इलाज का सबसे आधुनिक तरीका है जो लखनऊ में भी केवल मेडिकल कॉलेज में ही उपलब्ध है।
डॉ सायमा ने बताया कि कान की बहुत सी बीमारियां हैं जिनमे से एक है कान के परदे में छेद होना इसके सामान्य लक्षण हैं कान का बहना और सुनाई कम देना।
इस बीमारी को नजरंदाज करने से सुनाई देने वाली हड्डियाँ गलने लग सकती हैं, इसके अलावा चक्कर, उल्टी, चेहरे का टेढ़ापन और दिमागी बुखार भी हो सकता है। इस कारण कान की कोई भी समस्या का इलाज जल्द से जल्द करवाएं।
यह मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ बृजेश कुमार के प्रयास से नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डाॅ सायमा अजीम के द्वारा जिला चिकित्सालय पुरुष बाराबंकी में जनपद में उपलब्ध करायी जा रही है।