स्वतंत्र प्रभात
मिल्कीपुर, अयोध्या।गरज चमक के साथ मौसम में अचानक परिवर्तन हो जाने के चलते मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र में सुबह से हो रही बेमौसम बरसात ने किसानों की कमर तोड़ डाली। इस बारिश के कारण एक तरफ जहां आम लोगों को गर्मी से निजात मिली है और मौसम सुहाना हो गया है, वहीं दूसरी ओर बारिश के बाद खेतों में पड़ा रबी फसल भींग जाने के बाद किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है।
इस दौरान खेत में पिटाई के लिए रखा गया चना, मसूर, सरसों व मटर सहित अन्य तरह के फसल भींग कर बर्बाद हो गए हैं। 4 दिन पूर्व हुई तेज हवा के साथ हुई मूसलाधार बरसात से किसानों की फसल भीग गई थी, भीगी फसल को किसी तरीके से किसानों ने सुखा कर मड़ाई के लिए तैयार किए थे आज सुबह से हो रही बरसात से फसल पुनः भीग गई है गेहूं की फसल अभी लेट है लेकिन वह भी तेज हवा के साथ बरसात के कारण सब खेतों में पलट गई।
किसानों रामकुमार, राजकुमार, त्रिवेणी, राम निहाल, देव प्रकाश मौर्य, बलजीत आदि का कहना है कि जो फसल बारिश में भींग गया है, उसमें अब फफूंदी लग जाने से काला हो जाने की चिंता सताने लगी है। इतनी मेहनत कर रबी फसल को तैयार किया जाता है और इस बेमौसम बारिश में फसल भीग जाने के बाद अब उसे सुखाने में कम से कम एक सप्ताह लगेगा और उसके बाद ही वह तैयार होगा। क्षेत्र में किसानों द्वारा तैयार किया गया अधिकांश रबी फसल अब तक खेत में पड़ा हुआ है। सुबह बेमौसम बारिश के कारण फसल पूरी तरह से भीग कर बर्बाद हो गया। आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक अमरनाथ मिश्रा ने 30 मार्च को अपना मौसम बुलेटिन जारी किया था जिसमें बताया था कि आगामी 24 घंटे में पूर्वी उत्तर प्रदेश में बादल छाए रहेंगे वर्षा होने की संभावना नहीं है। लेकिन 31 मार्च की सुबह से ही तेज हवा के साथ बरसात शुरू हो गई मौसम के आगे मौसम वैज्ञानिक भी हो गए फेल। किसान बोले अब किस पर किया जाए भरोसा।