दो दरोगा दीवान एक सिपाही अनुशासनहीनता तथा कर्तव्य के प्रति लापरवाही में निलंबित

चौकी प्रभारी मेजा रोड, थाना मेजा, दारोगा मनीष को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नेनिलंबित कर दिया है।। बताया जाता है कि2 फरवरीको नक़ली बॉम्ब मिला था। उसमें कुछ पत्र भी संलग्न थे।


प्रयागराज ब्यूरो। चौकी प्रभारी मेजा रोड, थाना मेजा, दारोगा मनीष को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है।। बताया जाता है कि2 फरवरीको नक़ली बॉम्ब मिला था। उसमें कुछ पत्र भी संलग्न थे। उन पत्रों के बारे में सूचना छिपायी गयी थी। जिसके चलते उन्हें सस्पेंड किया गया है। साथ ही, थाना प्रभारी मेजा तुषार दत्त त्यागी के विरूद्ध प्रारंभिक जाँच शुरू करा दी गई है कि क्यों उनका सुपरविजन इतना ढीला है कि दारोगा अपने ही अधिकारियों से झूठ बोलने का दुस्साहस कर रहा है। एसएसपी अजय कुमार ने कहा है किकोई भी सिपाही, दारोगा, इंस्पेक्टर यदि गंभीर सूचनाएँ छिपाएगा, अधिकारियों को भ्रमित करेगा या आम जनता से अभद्रता करेगा तो उसे सस्पेंड किया जाएगा। 

इसी प्रकार थाना माण्डा क्षेत्रान्तर्गत तैनात PRB 134 के मुख्य आरक्षी राम दरस सिंह यादव आरक्षी राजकुमार चौरसिया को अनुशासन हीनता (ऑन ड्यूटी शराब पीने) के आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया है। साथ ही,फ़ॉलोवर (अनुचर), चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को भी शराब का सेवन करके अभद्रता करने के पुख़्ता आरोप के चलते तत्काल प्रभाव सेनिलम्बित कर दिया गया है ।

भ्रष्टाचार कदाचार तथाअपराधियों से साठ गाँठ करने वाले पुलिस कर्मियों को क़तई बख़्शा नहीं जाएगा। वहीं दूसरी तरफ़, नेक और उम्दा कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों का सपोर्ट करते हुए उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा: वहीं,एक और मामले में साउथ मलाका चौकी प्रभारी दारोगा दिनेश यादव को भी तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया है ।

पुलिसकर्मियों को बहुत गहराई से, बारीकी से, असलहों की हैंडलिंग, निरीक्षण एवं रख रखाव का प्रशिक्षण दिया जाता है। परन्तु दारोगा दिनेश यादव ने घोर लापरवाही का परिचय दिया है । बताया जाता है कि दरोगा दिनेश यादव मैं अपनी सर्विस रिवाल्वर साफ करते समय लग गई जिससे उसने एक अन्य साथी पुलिस कर्मी को गोली लगी और दरोगा की लापरवाही से सिपाही की जान  जोखिम में बढ़ गई है ।, जिसे बहुत गंभीरता से लिया गया है फलतः कार्यवाही की गई । पूरे प्रकरण की जाँच एसपी यमुना पार करेंगे।

(दया शंकर त्रिपाठी की रिपोर्ट)

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