नोडल अधिकारी प्रीति शुक्ला ने कोविड-19 के व्यव्स्था को लेकर की समीक्षा।

नोडल अधिकारी प्रीति शुक्ला ने कोविड-19 के व्यव्स्था को लेकर की समीक्षा। संतोष तिवारी (रिपोर्टर ) भदोही । नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) नोडल अधिकारी प्रीति शुक्ला की अध्यक्षता कोविड-19 के संबंध में समीक्षा कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। बैठक में कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्था, चिकित्सकों की उपलब्धता, स्वच्छता एवं भोजन की व्यवस्था, ट्रू-नेट मशीन, एन्टीजेन

नोडल अधिकारी प्रीति शुक्ला ने कोविड-19 के व्यव्स्था को लेकर की समीक्षा।

संतोष तिवारी (रिपोर्टर )

भदोही ।

नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) नोडल अधिकारी प्रीति शुक्ला की अध्यक्षता कोविड-19 के संबंध में समीक्षा कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। बैठक में कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्था, चिकित्सकों की उपलब्धता, स्वच्छता एवं भोजन की व्यवस्था, ट्रू-नेट मशीन, एन्टीजेन किट की उपलब्धता तथा कराए गए टेस्ट एवं उनके परिणाम की स्थिति, जनपद के नगरीय/ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 एवं संचारी रोग पर प्रभावी नियंत्रण हेतु डोर टू डोर सर्विलांस टीम की उपलब्धता एवं उनके द्वारा किए गए कार्यों आदि बिन्दुओं पर समीक्षा की गई।

नोडल अधिकारी प्रीति शुक्ला ने समस्त ग्रामीण क्षेत्रोें में चिन्हित हाॅटस्पाॅट एरिया पर प्रतिदिन सेनीटाईजेशन आदि उचित कार्यवाही कराते हुये उसकी रिर्पाट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हाॅटस्पाॅट चिन्हित एरिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होेंने कहा कि समस्त ग्रामीण क्षेत्रों में विकास परक योजनाओं के तहत किये गये कार्यों पर अपनी पैैनी नजर रखें।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी मास्क न लगाने वालों पर चालान अवश्य किया जाये। जो भी व्यक्ति बिना मास्क लगाये व सोशल डिस्टेन्स का पालन न करते हुये पाया जाये उस पर जुर्माना अवश्य किया जाये। जिससे की कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचा जा सके। नोडल अधिकारी ने संबंधित को निर्देशित करते हुए कोविड-19 अस्पतालों की नियमित रूप से साफ-सफाई, मरीजों के खाने पीने की व्यवस्था आदि ससमय सुनिश्चित किए जाने हेतु निर्देशित किया। कोविड-19 से संबंधित कंटेनमेंट जोन, काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग का कार्य सुचारू रूप से सम्पन्न कराये जाने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया।

मुख्य चिकित्साधिकारी, डॉ लक्ष्मी सिंह कोे निर्देश देते हुए कहा कि प्रतिदिन जितनी भी सैंपलिंग की जाए उसकी फीडिंग उसी दिन हो जानी चाहिए। उन्होंने डोर टू डोर सर्विलांस अभियान के तहत सर्वे करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि समस्त पॉजिटिव आए हुए केशों के फर्स्ट क्लोज कांटेक्ट और सेकेंडरी क्लोज कांटेक्ट में कितने व्यक्तियों की ट्रैसिंग की गई है इसकी सूचना अवश्य प्रस्तुत की जाए।

उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अंडरटेकिंग लिए बिना होम आइसोलेशन में नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि एन्टीजेन जांच द्वारा जितने भी पाॅजिटिव केस आयें उन्हें तत्काल अस्पताल में शिफ्ट किया जायेे साथ ही जो निगेटिव केस आयें उन्हें होम आइसोलेट किया जाये। उन्होंने कहा कि जितने भी हाॅटस्पाॅट चिन्हित हुये हैं मरीजों के इलाज हेतु पर्याप्त सामग्री के बारे में जानकारी लेते हुये कहा कि मरीजों के इलाज हेतु यदि किसी भी प्रकार की सामग्री जनपद में उपलब्ध न हो तो जिला प्रशासन को अवगत अवश्य करायें, उपलब्ध वेन्टीलेटर को एक्टिव रखा जाये जिससे कि समय रहते मरीजों को उचित इलाज मिल सके ।

नोडल अधिकारी प्रीति शुक्ला ने कोविड-19 के व्यव्स्था को लेकर की समीक्षा।

उन्होंने कहा कि जरूरत के अनुसार कोविड चिकित्सालयों, चिकित्सकों, मरीजों के लिये पर्याप्त भोजन, बिस्तर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये तथा जनपद के नगरीय/ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 एवं संचारी रोग पर प्रभावी नियंत्रण हेतु डोर टू डोर सर्विलांस टीम द्वारा कार्य प्रति दिन होने चाहियें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से संक्रमित मरीजों को तत्काल अस्पताल पहंुचाया जाये, मरीजों के प्रति किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये।

समस्त अस्पतालों मे साफ-सफाई व मरीजों के लिये बेड आदि की व्यवस्था को स्वयं जाकर देखें । नोडल अधिकारी ने कहा कि हॉटस्पॉट चिन्हित एरिया में जितने भी अधिकारी/कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है नियमानुसार कार्य को अवश्य पूर्ण करें संबंधित को फीडिंग की मॉनिटरिंग करने हेतु भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कार्य पूर्ण होने में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। नोडल अधिकारी ने संबंधित को निर्देश देते हुए कहा पॉजिटिव केसों की संख्या पोर्टल पर व मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा दी जा रही रिपोर्ट के अनुसार एक ही होनी चाहिए।

नोडल अधिकारी ने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वयं देखेंगे कि जितने भी कांटेक्ट ट्रेसिंग हुई है उन सभी की सैंपलिंग हुई है या नहीं इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करें। नोडल अधिकारी ने कहा कि जिला अस्पताल में कांटेक्ट ट्रेसिंग, सेंपलिंग होम, होम आइसोलेशन आदि के वार्ड अलग-अलग बने हुए होने चाहिए जिससे कि मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो सके।
डीपीआरओ को निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोनावायरस के लक्षणों की पहचान के लिए ग्राम पंचायतों में पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मल स्क्रीनिंग मशीन को अनिवार्य रूप से ग्राम प्रधानों को कराने को कहा है।

उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों की गलियों नालियों मोहल्लों चौराहों आदि स्थानों की साफ-सफाई के साथ ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव सैनिटाइजेशन का कार्य रोस्टर के अनुसार कराया जाए। डीपीआरओ ने बताया कि टीमों द्वारा उपरोक्त कार रोस्टर के हिसाब से कराया जा रहा है साथ ही फागिंग का भी कार्य हो रहा है और पेयजल की व्यवस्था कराई जा रही है। नोडल अधिकारी ने कहा कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए कोई भी अधिकारी जिला मुख्यालय ना छोड़े

अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी बिना सूचना दिए मुख्यालय छोड़ता है तो उनके खिलाफ वैधानिक व अनुशासनिक कार्यवाही की जाएगी। इसी दौरान नोडल अधिकारी प्रीति शुक्ला ने एकीकृत कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल रूम में कोविद -19 का निरीक्षण किया। बैठक में जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ,पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह, मुख्य विकास अधिकारी विवेक त्रिपाठी, मुख्य चिकित्साधिकारी, समस्त सम्बन्धित उपस्थित रहे।

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