तलाकशुदा गरीब महिला के बेटी का विवाह समाजसेवियों ने कराया सम्पन्न

संवाददाता -सुशील कुमार द्विवेदी इटियाथोक,गोण्डा-गरीबी व्यक्ति को लाचार पंगु बना देती हैगरीब मनुष्य को समाज में सम्मान कम तिरस्कार ज्यादा मिलता है।गरीब चाह कर भी अपनों के लिए कुछ नहीं कर पाता।ऐसा ही एक वाक्य इटियाथोक गांव में देखने को मिला,यहां पर किराए के मकान में अपनी 2 लड़कियों के साथ रह रही तलाकशुदा महिला

संवाददाता -सुशील कुमार द्विवेदी

इटियाथोक,गोण्डा-
गरीबी व्यक्ति को लाचार पंगु बना देती हैगरीब मनुष्य को समाज में सम्मान कम तिरस्कार ज्यादा मिलता है।गरीब चाह कर भी अपनों के लिए कुछ नहीं कर पाता।ऐसा ही एक वाक्य इटियाथोक गांव में देखने को मिला,यहां पर किराए के मकान में अपनी 2 लड़कियों के साथ रह रही तलाकशुदा महिला पैसे के अभाव में मकान मालिक का किराया नहीं दे पाई तो मकान मालिक ने महिला को कहीं और जाकर रहने को कहा।

दो वक्त की रोटी के साथ आशियाने की तलाश में दर-दर भटक रही तलाकशुदा महिला की मुलाकात इटियाथोक गांव के रहने वाले समाजसेवी सरस शुक्ला से हुई।पीड़ित महिला ने आपबीती सुनाई महिला की व्यथा सुनकर द्रवित हुए सरस शुक्ला ने महिला को उसकी दो लड़कियों के साथ रहने के लिए अपने घर में निशुल्क आशय प्रदान किया तथा खाने-पीने की उचित व्यवस्था के साथ समस्याओं के समाधान की बात कही।

इतना ही नहीं सरस शुक्ला और उनके सहयोगियों ने सयानी लड़की प्रिया की शादी इटियाथोक क्षेत्र के बेनीपुर गांव में बीते सोमवार को समाजसेवियों के सहयोग से रचाई।लड़की की शादी में देने के लिए इस तलाकशुदा गरीब महिला के पास कुछ नहीं था,अगर कुछ था भी तो वह थे आंसू। शादी में अभिभावक सहित घरातियो की कमी लड़की व उसकी मां को महसूस ना हो इसके लिए गांव की कमला शुक्ला, वंदना शुक्ला, रामावती सहित अन्य महिलाओं नें विवाह के समस्त कार्यक्रमों को सकुशल संपन्न कराने में अपनी सहभागिता निभाई।वही अभिभावक के रूप में वरिष्ठ समाजसेवी शेष दत्त शुक्ला व उनके पुत्र सरस शुक्ला ने अपना अहम योगदान दिया।

इसके साथ ही क्षेत्र के सुरेंद्र मिश्रा, श्रवण कौशल, बब्बू सोनी, जितेंद्र मोरिया, संतोष चौरसिया, फूलचंद गुप्ता, संजीव शर्मा, आशीष तिवारी, पवन मिस्त्री, केशव प्रसाद शुक्ला, मेहनौन विधायक प्रतिनिधि मनोज कुमार तिवारी, नरेंद्र दुबे, उमा शंकर शुक्ला आदि लोगों ने संयुक्त रुप से शादी समारोह के समस्त कार्यक्रमों को यथासंभव सहयोग व श्रमदान करके सकुशल संपन्न कराया।आपको बता दें कि जनपद गोंडा के साहबगंज की रहने वाली निशा पाठक का विवाह बहराइच जनपद में हुआ था।विवाह के कुछ वर्ष बीत जाने के बाद निशा ने दो बच्चियों को जन्म दिया जिनका नाम प्रिया पाठक व पूर्णिमा पाठक है।बच्चियों के जन्म के बाद पति व पत्नी में वाद विवाद के जरिए मनमुटाव की स्थिति पैदा होने लगी।

विवाद के गंभीर रुख अख्तियार करने के कारण दोनों ने 4 वर्ष पूर्व एक दूसरे को तलाक देकर अलग रहने की योजना बनाई तलाकशुदा पीड़ित निशा पाठक को जब उसके मायके वालों ने भी आश्रय देने से मना कर दिया तो उसने अकेले रहकर मजदूरी मेहनत करने व अपने बच्चों की परवरिश करने की ठानी और वह गोंडा से आकर इटियाथोक बाजार में किराए के मकान में रहने लगी और यहीं पर उसने स्थानीय लोगों के सहयोग से अपनी बड़ी बेटी प्रिया पाठक का विवाह कोतवाली क्षेत्र के बेनीपुर गांव में रचाई।

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