‘आरोग्य सेतु करें डाउनलोड’-सीडीओ
जनपद में 754 समितियो का हुआ गठन अमेठी। कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन ने जनपद के ग्राम पंचायतों को महत्वपूर्ण अधिकार देते हुए ग्राम पंचायत निगरानी समिति का गठन किया गया है। उक्त जानकारी मुख्य विकास अधिकारी प्रभुनाथ ने दी। उन्होंने बताया कि जनपद में कुल 754 समितियों का गठन किया गया है।जनपद में
जनपद में 754 समितियो का हुआ गठन
अमेठी। कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन ने जनपद के ग्राम पंचायतों को महत्वपूर्ण अधिकार देते हुए ग्राम पंचायत निगरानी समिति का गठन किया गया है। उक्त जानकारी मुख्य विकास अधिकारी प्रभुनाथ ने दी।
उन्होंने बताया कि जनपद में कुल 754 समितियों का गठन किया गया है।जनपद में 682 ग्राम पंचायतों के तहत 682 समिति एवं नगर पंचायतों में 72 समितियों का गठन किया गया।
जनपद के सभी खंड विकास अधिकारी अपने अपने विकास खंडों की ग्राम पंचायतों की निगरानी व अनुश्रवण करेंगे, इसके अलावा ग्राम पंचायतों पर जनपद के जिला अर्थ संख्या अधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारी भी देखरेख करेंगे। नगर पंचायतों पर संबंधित क्षेत्र के उप जिलाधिकारी निगरानी करेंगे।उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड कर करोना जैसी महामारी से भी बचा जा सकता है,अभी तक जनपद में 134431 लोगों ने आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड किया है। इस क्षेत्र में प्रदेश में जनपद का तीसवां स्थान है।
उन्होने बताया कि जिला प्रशासन प्रवासी श्रमिको का स्क्रीनिंग करा रहा है।इसके साथ ही प्रत्येक प्रवासी का पता एवं मोबाइल नम्बर सहित लाइन लिस्टिंग भी की जा रही है,स्क्रीनिंग में किसी प्रकार के लक्षण मिलने पर उन्हें फैसिलिटी क्वेरेंटाइन में रखा जा रहा है तथा जाँच होगी,जाँच में संक्रमित मिलने पर अस्पताल में भर्ती करवाया जायेगा।लक्षण वाले जो व्यक्ति संक्रमित नहीं पाए जाते हैं,उन्हें फैसिलिटी क्वेरेंटाइन में रखकर दोबारा जांच होगी।
सात दिनों के बाद भी वह संक्रमित नहीं पाया जाता है,तो उसे अगले 14 दिन के लिए होम क्वेरेंटाइन में भेजा जाएगा,बिना लक्षण वाले व्यक्तियों को 21 दिन के होम क्वेरेंटाइन में भेजा जायेगा,होम क्वेरेंटाइन की अवधि के दौरान उनके परिवार को यह सुनिश्चित करना होगा कि जहाँ तक संभव हो प्रवासी घर में अलग कमरे में रहे,साथ ही व मास्क, गमछे या दुपट्टे से मुंह को अवश्य ढंके,हाथों को साबुन व पानी से बार-बार धुले,ऐसे घर में किसी भी अन्य व्यक्ति के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी,घर के किसी एक ही सदस्य को जरूरी सामान की खरीद फरोख्त के लिए घर से बाहर निकलने दिया जायेगा,बाहर जाने वाला व्यक्ति लौटने पर हाथों को साबुन व पानी से धुलेगा।
अनिवार्य रूप से मास्क,गमछा,दुपट्टे से मुंह ढंकेगा और दो गज की दूरी से ही लोगों से मिलेगा। इसके लिए निगरानी समिति जो यह सुनिश्चित करेगी कि परिवार के सभी सदस्यों को राजकीय सुविधाओं एवं राहत योजनाओं का लाभ मिलता रहे,परिवार को किसी सामाजिक विरोध या कठिनाई का सामना करना पड़े तो इसकी शिकायत वह निगरानी समिति से करेंगे,समुदाय में सर्विलांस और सहयोग के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधान के नेतृत्व में ग्राम निगरानी समिति तथा शहरी क्षेत्रों में सभासद के नेतृत्व में मोहल्ला निगरानी समिति का गठन किया गया है, ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समिति में आशा, आंगनवाड़ी,चैकीदार,युवक मंगल दल के प्रतिनिधि तथा अन्य सदस्य होंगे।इसी तरह शहरी क्षेत्रों की मोहल्ले निगरानी समिति में आशा,सिविल डिफेंस,आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधि,नगर निकाय के क्षेत्रीय कार्मिक तथा अन्य सदय होंगे,नगर विकास विभाग द्वारा प्रवासियों का सर्विलांस एवं सहयोग किया जाएगा,आशा द्वारा प्रवासियों की सूचना प्रतिदिन ब्लॉक कम्यूनिटी प्रोसेस मैनेजेर को उपलब्ध कराई जायेगी,जो पोर्टल पर सूचना की एंट्री करेंगे,परिवार के किसी सदस्य अथवा क्वेरेंटाइन किये गए प्रवासी में कोविड-19 के लक्षण प्रारंभ होते ही इसको सूचना आशा कार्यकर्ता को दी जाएगी,जिससे वह आगे की कार्यवाही कर सके, क्वेरेंटाइन किये गए घरों में,आशा कार्यकर्ता 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग,गर्भवती महिलाओं, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसे रोगों से ग्रस्त लोगों को क्वेरेंटाइन किया गए व्यक्तियों से अलग रहने की सलाह देंगी।
Comment List