बच्चों एवं बुजुर्गों का करोना से रखे विशेष कर ध्यान: डा. सुमन

बच्चों एवं बुजुर्गों का करोना से रखे विशेष कर ध्यान: डा. सुमन

मिल्कीपुर अयोध्या। करोना वायरस के लक्षण:- बुखार, खासी, तथा साँस लेने मे तखलीफ है। जब तक इस रोग का सटीक इलाज नहीं मिलता तब तक हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने अंदर व्यवहारिक परिवर्तन करें जिससे हम सभी इस वायरस को मात दे सके, यह बाते आचार्य नरेन्द्र देव कृषि ए्वं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज

मिल्कीपुर अयोध्या।  करोना वायरस  के लक्षण:- बुखार, खासी, तथा साँस लेने मे तखलीफ है। जब तक इस रोग का सटीक इलाज नहीं मिलता तब तक हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने अंदर व्यवहारिक परिवर्तन करें जिससे हम सभी इस वायरस को मात दे सके, यह बाते आचार्य नरेन्द्र देव कृषि ए्वं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के सामुदायिक विज्ञान की विशेषज्ञ डा. सुमन प्रसाद मौर्य ने बताई।उन्होने बताया कि  इसके फैलाव को रोकने के लिए हम सभी को इसके लिए इसके बचाव के लिए उचित कार्रवाई और व्यावहारिक परिवर्तन करने होंगे।‌ क्या कर सकते हैं ?

१. सरकार ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सभी स्कूल कॉलेज और अन्य सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है जिससे ज्यादा तादाद में लोग इकट्ठा ना हो और वायरस को फैलाव से रोका जा सके । हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस बात को निभाते हुए अपने स्थानों पर रहे और कोशिश करें कि जहां तक संभावना हो किसी भी तरह का कोई भी कार्यक्रम आयोजित  ना करें ।

२. यात्रा को यथासंभव स्थगित करें – यात्रा के दौरान व्यक्ति संक्रमण के संपर्क में आ सकता है और आप नहीं जानते कि करोना वायरस का संक्रमण किस स्थान पर है।

 ३. बाहर सुरक्षा के निर्देशों का पालन करे- यदि  किसी वजह से यात्रा करना पड़े तो ऐसे में यात्रा के दौरान सुरक्षित उपायों कोे अपनाएं।जैसे-¶ चेहरे पर मास्क (नकाब) लगाना , ¶चेहरे, नाक और मुंह को ढक लेना,  ¶हाथ में सैनिटाइजर लगाना,  ¶अपने आप को एवं अपने वातावरण को स्वच्छ रखना और¶ सार्वजनिक वस्तुओं को स्प्रर्श ना करना क्योकि वह वस्तु किन किन लोगों ने स्पर्श किया है `।

४. घर के अंदर सुरक्षा के निर्देशों का पालन करे-∆जब भी बाहर से घर में आनै से पहले यथासंभव हाथों में सेनैटाईज़र की कुछ बुन्द डाल कर मिला लें और तब घंटी बजाने।∆ घर में प्रवेैश कर हाथों को डिटोल अथवा अन्य किसी अतिक्रमणरोधक से धो ले या फिर नहा कर तब ही बच्चो अथवा अन्य किसी सदस्य को आलिंगन करें।∆ कपडो की सफाई के बाद में कपड़ों को कुछ समय के लिए डिटोल अथवा अन्य किसी अतिक्रमण रोधक में भिगो कर धूप में सुखायै।∆ घर में यदि किसी को करोना वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं या रोगी है तो तुरन्त एक अलग कमरे में आराम करने दे।∆ रोगी के कमरे में बच्चों को न जाने दें। घर का कोई एक सदस्य ही अपने आप को सुरक्षित रखते  हुए भोजन और साफ सफाई का ध्यान रखें और यथाशीघ्र हस्पताल में डाक्टर दिखाएं।∆रोगी से १ मीटर की दूरी बनाए रखें।

५. हाथ धोने का सही तरीका अपनाएं- हाथ धोने का सही तरीका एवं चरण निम्मन है–हाथ को स्वच्छ पानी से भिगोकर दोनों हथेलियों के बीच साबुन रख हथेली को हथेली से रगड़े।साबूत को पूरी हथेली में मिला लें।- साबून अलग रख हथेली के पीछे से रगड़े।-फिर सभी उंगलियों के बीच में रगड़े।- उंगलियों के पीछे रगड़े।- अंगुठे के आधार पर रगड़े।- नाखुनो से हथेली पर खरोचें।

६. मौसम बदल रहा है जिससे खांसी- जुकाम होना स्वाभाविक है ऐसे में खांसते या छिंकते समय मुंह को टिशु पेपर अथवा रुमाल से ढके और टिशु को कुड़ेदान में डालें। यदि रुमाल नहीं हो तो अपने बाजू से खांसने या छिंकने की बोछार को वातावरण में फैलने से रोके। 

७. सार्वजनिक एवं खुले स्थलो पर नहीं थूके।

 ८. खांसी – जुकाम के लक्षण दिखाई देने पर अथवा सांस लेने में दिक्कत हो तो लक्षण समाप्त  होने तक सार्वजनिक कार्यक्रमो एवं स्थलों पर न जाएं।

 ९. चेहरे को बार-बार हाथ से ना छूना चाहिए जिसे करोना वायरस के जीवाणु शरीर के अंदर प्रवेश कर सकते हैं ।

१०. अभिनंदन के लिए पारंपरिक भारतीय तरीका नमस्ते करने का ही अपनाएं । पश्चिम तरीका –   हैंडशेक –  जिसमें  व्यक्ति एक दूसरे का हाथ पकड़ हिलाकर अभिवादन करते है – यह संक्रमण बढ़ा सकता है ।

११. साफ-सफाई का विशेष तौर पर ध्यान देने की आवश्यकता है और यह जरूरी है क्योंकि यह वायरस हवा में मौजूद बूंदों से दूसरे व्यक्ति को फैलती है। साथी हाथ को साबुन से अच्छी तरह से धोना चाहिए विशेष तौर पर शौच के बाद, खाने से पहले , खाने के बाद और यदि आप कहीं बाहर से आए हैं तो उसके बाद तुरंत ही हाथ धोकर तभी किसी अन्य वस्तु को अपने घर में स्पर्श करें।

१२. चोटों और खरोचो से बचना -यदि शरीर पर घाव या चोट  है तो तुरंत इलाज की आवश्यकता है क्योंकि वायरस इन्हीं के माध्यम से वायरस शरीर में प्रवेश करते हैं और अतिक्रमण कर लेते हैं। ऐसे में घाव को खुला न रखें।

१३. अपने सामुदाय, संगे-सम्बधियो को करोना वायरस और इससे बचाव के उपाय बताए और उसे अपने और उनके व्यवहार का अन्भिन अंग बनाए। 

१४. परिवार के साथ गुणात्मक समय व्यतीत करे- प्रतिबंध के कारण आप इस समय का एक अच्छा उपयोग किया जा सकता है जैसे कि ✓ अपने व्यक्तिगत कार्यों को पूर्ण कर सकते हैं।✓ घर की रोजमर्रा के पूर्ण कर सकते हैं।✓ साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दे सकते हैं ।✓बच्चे एवं छात्र अपने आप को रचनात्मक कार्यों में व्यस्त कर सकते हैं जैसे कला चित्र, निबंध आदि।✓पाठ का रिवीजन कराया जा सकता है ।✓घर के अंदर स्वस्थ खेलों के बारे में सिखाया जा सकता है और उन्हें इन खेलों में निपुण बनाया जा सकता है ।✓ समाचार एवं समाज सामाजिक ज्ञान की तैयारी उसको एक खेल का स्वरूप दिया जा सकता है ।✓  पारंपरिक कलाओ का धरोवर  एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को दिया जा सकता है ।✓ नयी पीढ़ी अपने माता-पिता एवं परिवार के अन्य सगे संबंधियों को नयी तकनीक का उपयोग करना सिखा सकते हैं ।✓ इस दौरान  भागदौड़ और शारीरिक क्रियाएं कम हो गयी होगी अतः  योग क्रियाओं के माध्यम से अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं ।✓यदि आपके आसपास या घर के अंदर पेड़ पौधे हैं तो उनकी सेवा और उनके साथ समय व्यतीत कर सकते हैं । इससे आप का  समय अच्छा बिता सकते हैं जिससे आप शारीरिक एवं स्वस्थ रह सकें ।

१६. विदेशी एवं विदेश से लौटे लोगों से दूरी बना कर रखें और कम सम्पर्क करे विशेष तौर पर इटली, इरान एवं दक्षिण कोरिया से आए लोगों से सतर्क रहें।ऐसा कर करोना वायरस से स्वमं को बचाए  एवं नागरिक कर्तव्य निर्वहन कर देश एवं मानवता का धर्म निभाएं।

Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel