एटीएम कार्ड बदल लेने तथा कोड जान लेने के बाद धोखाधड़ी से कैश निकाल लेने वाले शातिरों की अब खैर नहीं
एसएसपी डाक्टर सुनील गुप्ता ने साइबर अपराध करने में लगे बदमाशों की धर पकड़ के लिए जिले के एक दर्जन थानों पर साइबर सेल का गठन कर प्रभारियों को किया तैनात। इन थानों पर होगा साइबर सेलथाना-गुलरिहा, खोराबार, शाहपुर, कैण्ट, चिलुआताल, कोतवाली, गोरखनाथ, गोला, पिपराइच, बड़हलगंज, बांसगांव, खजनी।गोरखपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर सुनील गुप्ता कैंप
एसएसपी डाक्टर सुनील गुप्ता ने साइबर अपराध करने में लगे बदमाशों की धर पकड़ के लिए जिले के एक दर्जन थानों पर साइबर सेल का गठन कर प्रभारियों को किया तैनात।
इन थानों पर होगा साइबर सेल
थाना-गुलरिहा, खोराबार, शाहपुर, कैण्ट, चिलुआताल, कोतवाली, गोरखनाथ, गोला, पिपराइच, बड़हलगंज, बांसगांव,
खजनी।गोरखपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर सुनील गुप्ता कैंप कार्यालय पर नामित थानों में साइबर सेल प्रभारियों के साथ की बैठक कहा, कि वर्तमान समय में अपराधियों द्वारा एटीएम कार्ड स्वेपिंक स्लॉट में बाहरी अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक यंत्र लगा दिया जाता है । जिससे कोई भी कार्डधारक एटीएम से पैसे निकालने क्रम में जब अपना कार्ड स्वेप करता है, तो उसके कार्ड का संपूर्ण डाटा उस में सग्रहीत हो जाता है । एटीएम रूम में अपराधियों के लिए कैमरे भी लगाए जाते हैं। जिसके माध्यम से कार्ड धारक के एटीएम का पिन नंबर प्राप्त कर कार्ड नंबर के माध्यम से खाते से अवैध धन निकाल ली जाती है ।ऐसे मामलों में सीधे-साधे व्यक्तियों को एटीएम से पैसा निकालने हेतु मदद करने के क्रम में अपराधियों द्वारा उनका एटीएम कार्ड धोखे से अन्य कार्ड से बदल दिया जाता है। और पीड़ित के कार्ड का प्रयोग कर एटीएम के पैसे अवैध रूप से निकाल लिए जाते हैं ।
ऐसे मामलों में जालसाज से निपटने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ सुनील गुप्ता 12 थानों गुलरिहा, खोराबार, शाहपुर, कैण्ट, चिलुआताल, कोतवाली, गोरखनाथ, गोला, पिपराइच, बड़हलगंज, बांसगांव, खजनी में स्पेशल साइबर सेल गठित किये है। यही नामित थानों पर साइबर सेल प्रभारी द्वारा कार्रवाई की जाती हैं। साइबर अपराधों को रोकने के लिए साइबर प्रभारियों से कहा कि सबसे पहले आवेदक के साथ पासबुक की छायाप्रति प्राप्त कर संबंधित एटीएम कार्ड को आवेदक के माध्यम से बंद कराएं। उक्त खाते का संपूर्ण विवरण जिसमें स्पष्ट रूप से निकासी का माध्यम दिनांक तथा धनराशि का उल्लेख प्राप्त करते हुए उनका अवलोकन करें।
यदि एटीएम कार्ड बदलकर एटीएम के माध्यम से पैसे की निकासी की गई हो ,तो संबंधित बैंक से उक्त एटीएम का सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर तथा उसके माध्यम से संदिग्ध की पहचान कर कार्रवाई करें। एटीएम कार्ड बदलकर अवैध निकासी दुकान से कार्ड सेव कर खरीदारी की गई है, तो उस दुकान का पता तथा खरीदारी का समय बैंक से प्राप्त करें यदि उसे दुकान से सीसीटीवी कैमरा फोटो युक्त तिथि समय का वीडियो क्लिपिंग प्राप्त कर संदिग्ध की पहचान किया जा सकता है। इसके साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा, कि एटीएम का सीसीटीवी फुटेज तथा दुकान का सीसीटीवी फुटेज का मिलान गिरोह के सदस्यों की पहचान करते हुए पासबुक के अवलोकन से ज्ञात हो कि विभिन्न तिथियों के खाते से अन्य खातों में प्रसारित किया गया है। उक्त खाते का संपूर्ण डेटा बैंक से प्राप्त करते हुए उसकी जांच आधार एवं पूछताछ पर अपराध के साथ संबंध स्थापित किया जा सकता है।
इसके साथ ही कुछ डेबिट क्रेडिट कार्ड चेक करते हैं ।इस अपराध में खाताधारक की डेबिट क्रेडिट कार्ड संबंधित कुछ जानकारियां प्राप्त की जाती हैं ।जैसे एटीएम कार्ड नंबर सीवीवी नंबर वन टाइम पासवर्ड आदि अपराधियों द्वारा धोखे से बैंक का अधिकारी बनकर उनके माध्यम से पीड़ित से प्राप्त कर ली जाती है ।उसके बाद विभिन्न शॉपिंग वेबसाइट के माध्यम से खरीदारी कर पीड़ित के खाते से पैसे निकाल ली जाती है। ऐसे मामले को संज्ञान में आते हुए, आवेदक से आवेदन के साथ पासबुक को एटीएम कार्ड की छाया प्रति प्राप्त कर लें। संबंधित पेटीएम कार्ड को आवेदक के माध्यम से बंद कराते हुए गेटवे पासबुक नंबर तथा पेमेंट गेटवे इत्यादि खाताधारक के खाते के पैसे की भुगतान की गई संबंधित गेटवे की धारा 91 सीआरपीसी के तहत नोटिस देते हुए उक्त अवैध निकासी का ट्रांजैक्शन डिटेल प्राप्त करते लें ।
संदिग्ध अभियुक्त का पता चलने पर उससे गहन पूछताछ करने तथा अपराध के साथ उसका संबंध स्थापित करें । संदिग्ध अभियुक्त के द्वारा प्रयोग किए गए लैपटॉप मोबाइल कंप्यूटर की जांच करें, साथ में ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सोशल मीडिया जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम द्वारा फेसबुक प्रोफाइल आपत्तिजनक अश्लील पोस्ट टिप्पणी के साथ किया जाता है। उसकी भी जांच करते हुए अपराधी को गिरफ्तार कर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। जिससे आवेदक को न्याय मिल सके।
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