मनरेगा:- विकासखण्ड बार मेंं साईन बोर्ड घोटाला

मनरेगा:- विकासखण्ड बार मेंं साईन बोर्ड घोटाला

एक ही फर्म से क्रय किये गये 90 प्रतिशत साईन बोर्ड सिर्फ मार्च माह में हुआ 14 लाख रूपये का भुगतान ललितपुर। जनपद मेंं भ्रष्टाचार के लिये चर्चित मनरेगा योजना मेंं नित्य प्रतिदिन नये नये मामले प्रकाश में आते है। किसी ग्राम पंचायत मेंं बिना कार्य कराये ही भुगतान कर दिया जाता है। तो किसी

एक ही फर्म से क्रय किये गये 90 प्रतिशत साईन बोर्ड 

सिर्फ मार्च माह में हुआ 14 लाख रूपये का भुगतान

 ललितपुर। जनपद मेंं भ्रष्टाचार के लिये चर्चित मनरेगा योजना मेंं नित्य प्रतिदिन नये नये मामले प्रकाश में आते है। किसी ग्राम पंचायत मेंं बिना कार्य कराये ही भुगतान कर दिया जाता है। तो किसी ग्राम पंचायत मेंं रोजगार सेवक व प्रधान श्रमिकों की लाखों रूपये की मजदूरी हड़प जाते है। नया मामला विकासखण्ड बार में प्रकाश मेंं आया है। जहां ग्राम पंचायतों में वर्तमान वित्तीय वर्ष में सैंकड़ो साईन बोर्ड का भुगतान एक ही फर्म को किया गया है। यहां के कार्यक्रम अधिकारी ने 31 मार्च को ही विकासखण्ड बार की विभिन्न ग्राम पंचायतोंं मेंं लगभग 550 साईन बोर्ड का भुगतान किया है। जब भारत सरकार व राज्य सरकार ने मनरेगा योजना लागू की थी, तो इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को गांव मेंं ही रोजगार के सुलभ साधन उपलब्ध कराना था। परन्तु ग्राम्य विकास विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के कारण मनरेगा योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। इस योजना में निर्माण कार्यो की वित्तीय स्वीकृति, तकनीकि स्वीकृति से लेकर भुगतान तक मेंं भारी भरकम कमीशन विकासखण्ड के कार्यक्रम अधिकारी द्वारा लिया जा रहा है। भ्रष्टाचार का आलम यह है कि इस योजना की 60 प्रतिशत से अधिक धनराशि भ्रष्टाचार की भेट चढ़ रही है। वर्तमान में जो मामला प्रकाश मेंं आया है उसमेंं विकासखण्ड बार की ग्राम पंचायतों में वित्तीय वर्ष 2019-20 मेंं सैंकड़ो साईन बोर्ड का भुगतान किया गया है। जिसमेंं से 90 प्रतिशत भुगताान एक ही फर्म को हुआ है। जिसमेंं से 31 मार्च 2020 को 550 साईन बोर्ड का भुगतान 2542 रूपये प्रति बोर्ड की दर से किया गया है। इस प्रकार कुल 14 लाख रूपये का भुगतान इस मद मेंं किया गया। जबकि आलम यह है कि कई ग्राम पंचायतों में परियोजनाओं से साईन बोर्ड गायब है, या प्रधानों के घर पर रखे हुये है। जानकारी के अनुसार 31 मार्च को ग्राम अजनौरा में 8, ग्राम बछरावनी मेंं 8, ग्राम बम्हौरी खड़ेत मेंं 12, ग्राम बानपुर मेंं 10, ग्राम बरौदा डांग मेंं 8, ग्राम बसतगुंवा मेंं 10, ग्राम बस्त्रावन में 6, ग्राम भैलोनी लोध मेंं 14, ग्राम भैलोनीसूबा मेंं 4, ग्राम भावनी में 12, ग्राम बुरागांव मेंं 6, ग्राम चंदावली मेंं 6, ग्राम डगराना में 13, ग्राम दरौनी मेंं 6,  ग्राम दशरारा मेंं 9, ग्राम देवरान मेंं 24, ग्राम धमना में 3, ग्राम दिदौरा में 5, ग्राम ढूलावन में 11, ग्राम गदयाना मेंं 19, ग्राम गडिया में 3, ग्राम गैंदोरा मेंं 10, ग्राम गुगरवारा मेंं 18, ग्राम हनुपुरा मेंं 8, ग्राम जरावली मेंं 19, ग्राम ककडारी मेंं 13, ग्राम कारीटोरन में 9,  ग्राम करमई मेंं 13, ग्राम खजरा में 15, ग्राम लडवारी मेंं 17, ग्राम मर्रोली में 3, ग्राम मथुराडांग मेंं 14, ग्राम मिर्चवारा मेंं 8, ग्राम मौगान में 18, ग्राम म्यावं में 27, ग्राम पारोन मेंं 20, ग्राम सेमराभावनगर मेंं 22, ग्राम सिमरिया मेंं 7, ग्राम सुनवाहा मेंं 7, ग्राम सूरीखुर्द मेंं 9, ग्राम टीला में 11, ग्राम तुर्का में 5, ग्राम उदयपुरा में 6, ग्राम टोरियां में 50 व ग्राम कुआगावं में 23 साईन बोर्ड का भुगतान किया गया है। इसके पूर्व मेंं वर्तमान वित्तीय वर्ष में कई ग्राम पंचायतों में साईन बोर्डो का भुगतान किया गया था। साईन बोर्ड मेंं भ्रष्टाचार का जो खेल विकाखण्ड बार के खण्डविकास अधिकारी/ कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा द्वारा किया गया है। वह अन्य ब्लॉकों में नही हुआ है। किसी अन्य ब्लॉक में इतनी बड़ी संख्या में एक वित्तीय वर्ष में परियोजनाओं के साईन बोर्ड का भुगतान नही हुआ है। 

Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel