विद्युत विभाग के संविदाकर्मी भुखमरी की कगार पर

विद्युत विभाग के संविदाकर्मी भुखमरी की कगार पर

सेवा प्रदाता कंपनी पर आर्थिक व शारीरिक शोषण का आरोप हरदोई। उत्तर प्रदेश की विद्युत व्यवस्था जिन संविदा कर्मियों के भरोसे चल रही है, उन्हें भुखमरी के दौर से गुजरना पड़ रहा है। सेवा प्रदाता कंपनी द्वारा उनका आर्थिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है। इसी क्रम में आज कछौना पावर हाउस के विद्युत

सेवा प्रदाता कंपनी पर आर्थिक व शारीरिक शोषण का आरोप 

हरदोई। उत्तर प्रदेश की विद्युत व्यवस्था जिन संविदा कर्मियों के भरोसे चल रही है, उन्हें भुखमरी के दौर से गुजरना पड़ रहा है। सेवा प्रदाता कंपनी द्वारा उनका आर्थिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है। इसी क्रम में आज कछौना पावर हाउस के विद्युत कर्मियों ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारियों से मामले की शिकायत की और मानदेय दिलाए जाने की मांग की।

विद्युत विभाग के संविदा कर्मी राजकुमार, महिपाल, गोविंद, मुनेंद्र पाल, सुशील पाल, मुनेश्वर, मोहम्मद साकिब, संतोष कुमार, राम सागर आदि ने जिलाधिकारी को प्रेषित शिकायती पत्र में बताया है कि उन सभी कर्मचारियों का 05 महीने से मानदेय नही मिला है, इसके चलते आर्थिक तंगी के से जूझना पड़ रहा है। उनके परिवार का भरण पोषण नहीं हो पा रहा है।

विद्युत कर्मियों ने बताया कि उनको निर्धारित मानदेय से भी बेहद कम मानदेय दिया जाता है, ऐसे में उन्हें अपने परिवार का खर्चा चलाना भी मुश्किल है। यह भी बताया कि उनकी नियुक्ति शहरी आजीविका केंद्र (डूडा) द्वारा की गई थी, जबकि डूडा के अधिकारियों की उदासीनता के कारण उनका आर्थिक व शारीरिक शोषण किया जा रहा है। सुरक्षा उपकरण के नाम पर कोई भी सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट, टार्च, सीढ़ी आदि उपकरण नहीं मुहैया कराए जाते हैं। ऐसे में उनकी जान को खतरा भी रहता है विद्युत कर्मियों ने शिकायती पत्र देकर प्रशासनिक अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। 

Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

उत्तर कोरिया के किम ने फिर से अमेरिका और दक्षिण कोरिया के खिलाफ परमाणु हमले की धमकी दी उत्तर कोरिया के किम ने फिर से अमेरिका और दक्षिण कोरिया के खिलाफ परमाणु हमले की धमकी दी
International News उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने एक बार फिर चेतावनी दी है कि वह दक्षिण कोरिया...

Online Channel

साहित्य ज्योतिष

संजीव-नीl
संजीव-नी। 
संजीवनी।
संजीव-नी।। 
संजीव-नी।