IAS Success Story: गांव की बेटी बिना कोचिंग बनीं IAS अफसर, दो बार क्रैक किया UPSC एग्जाम
IAS Success Story: UPSC सिविल सर्विस परीक्षा को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिना जाता है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस चुनौती में हिस्सा लेते हैं, लेकिन उनमें से गिने-चुने ही पहले प्रयास में सफलता हासिल कर पाते हैं। उन्हीं में एक नाम है दिव्या तंवर, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी मेहनत और आत्मविश्वास से वह कर दिखाया जो करोड़ों युवाओं का सपना होता है।
मां की मेहनत से सीखा संघर्ष का जज्बा

आर्थिक तंगी के बावजूद दिव्या की शिक्षा में कभी समझौता नहीं किया गया। उन्होंने सरकारी स्कूल और नवोदय विद्यालय से पढ़ाई की। विज्ञान विषय से स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद, उन्होंने बचपन से देखा सपना – UPSC पास कर देश सेवा करने का – साकार करने की ठानी।
पहले प्रयास में बनीं देश की सबसे कम उम्र की IPS
जहां अधिकांश उम्मीदवार महंगे कोचिंग संस्थानों पर निर्भर होते हैं, वहीं दिव्या ने ऑनलाइन संसाधनों और मॉक टेस्ट की मदद से खुद पढ़ाई की। उनकी कड़ी मेहनत और अनुशासन का ही परिणाम था कि वर्ष 2021 में पहली बार UPSC परीक्षा में शामिल होकर उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 438 प्राप्त की।

उस समय उनकी उम्र महज 21 वर्ष थी और वे देश की सबसे कम उम्र की IPS अधिकारियों में से एक बन गईं। उनके लिखित परीक्षा में 751 अंक और पर्सनैलिटी टेस्ट में 179 अंक आए, जिससे उनका कुल स्कोर 930 रहा।
दूसरे प्रयास में जब सपना हुआ साकार और बनीं IAS
IPS बनने के बाद भी दिव्या का सपना यहीं खत्म नहीं हुआ। उन्होंने 2022 में दोबारा UPSC परीक्षा दी और इस बार AIR 105 हासिल कर IAS अधिकारी बनने का सपना भी पूरा कर लिया।
इस बार उन्होंने लिखित परीक्षा में 834 अंक और इंटरव्यू में 160 अंक हासिल किए, जिससे उनका कुल स्कोर 994 बना। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिव्या तंवर वर्तमान में मणिपुर कैडर में IAS अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं।

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